व्यापार
08-Jan-2025
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मुम्बई (ईएमएस)। भारतीय बाजार बुधवार को गिरावट के साथ बंद हुआ। बाजार में ये गिरावट एशियाई बाजारों में हुए नुकसान से आयी है। विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली और कंपनियों के तीसरी तिमाही के परिणामों से भी निवेशकों ने सतर्कता बरती जिससे भी बाजार नीचे आया। अमेरिकी बाजारों में कमजोरी से भी बाजारों पर दबाव पड़ा। दिन भर के कारोबार के बाद 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स कारोबार के अंत में सेंसेक्स 50.62 अंक तकरीबन 0.06फीसदी नीचे आकर 78,148.49 पर बंद हुआ। वहीं इसी प्रकार 50 शेयरों वाला नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी अंत में निफ्टी 18.95 अंक तकरीबन 0.08 फीसदी नीचे आकर 23,688.95 पर बंद हुआ। आज कारोबार के दौरान देसी कंपनियों के तीसरी तिमाही के परिणामों को लेकर निवेशक बाजार से दूर रहे। इन परिणामों की शुरुआत 9 जनवरी को टीसीएस के साथ होगी। अमेरिकी शेयर बाजार गत दिवस गिरावट पर बंद हुआ। इसका प्रभाव भी एशियाई बाजारों के साथ घरेलू बाजार पर भी पड़ा। दिसंबर में सर्विस सेक्टर की गतिविधियों में तेजी और नवंबर में नयी नौकरियों में बढ़त के आंकड़े जारी होने के बाद वॉल स्ट्रीट पर गिरावट आई है। इससे तय है कि इफेडरल रिजर्व 2025 में ब्याज दरों में कम बार कटौती करेगा। दिग्गज कंपनियों रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईटी दिग्गज टीसीएस और आईटीसी के शेयरों में तेजी ने बाजार को दिन की बड़ी गिरावट से संभाला। इंट्रा-डे ट्रेड में सेंसेक्स 700 से ज्यादा अंक गिर गया था। डाबर इंडिया और हीरो मोटोकॉर्प समेत अन्य कंपनियों के दूसरी तिमाही के परिणामों के उम्मीद अनुसार नहीं रहने से भी बाजार नीचे आया। निवेशकों को डर है कि तीसरी तिमाही में कॉर्पोरेट परिणाम पिछली (दूसरी) तिमाही से बेहतर होंगे या नहीं। बता दें कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनियों के नतीजे पिछले चार वर्षों में सबसे खराब थे। जानकारों के अनुसार कंपनियों की आय में कमी और महंगे वैल्यूएशन को लेकर चिंताएं घरेलू बाजारों पर दबाव डाल रही हैं। इससे पहले आज सुबह बाजार बुधवार को गिरावट के साथ खुला। सुबह सेंसेक्स 78,319 अंक पर खुला। खुलने के कुछ ही मिनटों के भीतर इसमें गिरावट आने लगी। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी सकारात्मक शुरुआत के साथ खुला। मगर खुलने के कुछ ही देर में यह गिरावट में चला गया। वहीं दूसरी ओर अमेरिकी शेयर बाजार मंगलवार को गिरावट में बंद हुए। इसका असर एशियाई बाजारों के साथ घरेलू बाजार पर भी पड़ा है। सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में तेजी और नवंबर में नयी नौकरियों में वृद्धि के आंकड़े जारी होने के बाद वॉल स्ट्रीट पर गिरावट आई है। ये आंकड़ों संकेत देते है कि फेडरल रिजर्व 2025 में ब्याज दरों में कम कटौती करेगा। अमेरिकी बाजारों की बात करें तो वॉल स्ट्रीट में प्रमुख तकनीकी शेयरों की कमजोरी से गिरावट दर्ज की गई। एसएंडपी 500 इंडेक्स 1.11 फीसदी गिरा, डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में 0.42 फीसदी की गिरावट रही, और नैस्डैक कंपोजिट 1.89 फीसदी नीच आया। वहीं गत दिवस बाजार हल्की बढ़त पर बंद हुआ था। गिरजा/ईएमएस 08 जनवरी 2025