खेल
08-Jan-2025
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सिडनी (ईएमएस)। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कोच रवि शास्त्री और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के चोट प्रबंधन पर सवाल उठाते हुए कहा है कि उसे बॉर्डर गावस्कर सीरीज के बाद के मैचों में शामिल किया जाना चाहिये था। इन दिग्गजों का कहना है कि शमी के रहने से भारतीय टीम को भी लाभ होता ओर उनकी फिटनेस का भी सही अंदाजा हो जाता। ऑस्ट्रेलिया ने पांच मैचों की इस सीरीज को 3-1 से जीत लिया। पिछले एक साल से टीम से बाहर चल रहे शमी ने टखने की चोट से उबरने के बाद घरेलू क्रिकेट में बंगाल की ओर से खेला था। इसके अलावा सैयद मुश्ताक अली टी20 और विजय हजारे एकदिवसीय ट्राफी में भी उनका प्रदर्शन अच्छा रहा। ऐसे में कहा जा रहा था कि उन्हे तीसरे या चौथे टेस्ट में भेजा जाएगा पर ऐसा हुआ नहीं। एक ओर जहां शमी कहा रहे थे कि वह फिट हैं। वहीं ये भी कहा जा रहा था कि घरेलू क्रिकेट से उनके घुटने में सूजन आ गयी है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की मेडिकल टीम ने घुटने की सूजन का हवाला देते हुए मेलबर्न में चौथे टेस्ट से पहले आधिकारिक तौर उनकी वापसी की संभावना को खारिज कर दिया था। पोंटिंग और शास्त्री दोनों का मानना ​​​​है कि भारत को शमी को ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर ले जाना चाहिए था। शास्त्री ने कहा, ‘मीडिया में चल रही बातों से मैं बहुत हैरान था कि शमी के साथ वास्तव में क्या हुआ था। जब फिट होने की बात आती है तो वह कहां है? मुझे नहीं पता कि वह कितने समय से भारतीय क्रिकेट अकादमी में उबर रहा है। वह किस स्थिति में है इसको लेकर सही बात सामने नहीं आ पा रही थी। वहीं अगर मुझे फैसला करना होता तो मैं उसे ऑस्ट्रेलिया लेकर जाता। अगर वह होता तो हम मेलबर्न और सिडनी टेस्ट में बेहतर कर सको थे। वहीं पोंटिंग ने भी शास्त्री की बातों का समर्थन करते हुए कहा, ‘मुझे वास्तव में हैरानी है कि उसे सीरीज के बीच में टीम में क्यों शामिल नहीं किया गया। वह अगर कम ओवर भी करता तब भी भारतीय टीम को लाभ होता। अगर इस इसी सीरीज में होतो तो परिणाम कुछ अलग हो सकता गिरजा/ईएमएस 08 जनवरी 2025