राष्ट्रीय
07-Jan-2025


शांति की खोज में हिमालय तक दौड़ा नहीं मिली शांति,आनंदऔर जीवन का उद्देश्य नई दिल्ली (ईएमएस)। भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक 33 वर्षीय विनय हिरेमथ टेक कंपनी लूम के को-फाउंडर बने। इन्होंने अपनी कंपनी बेचकर 8400 करोड रुपए कमा लिए। उसके बाद 515 करोड रुपए का पैकेज मिला। उसे भी छोड़ दिया। गर्लफ्रेंड के साथ ब्रेकअप हो गया। इतने सारे पैसे, इतनी कम उम्र में कमाने के बाद भी,आनंद और शांति नहीं मिली। उन्हें अपने जीवन का उद्देश्य भी नहीं मिला। उसके बाद इन्होंने हिमालय आकर जीवन का उद्देश्य और आनंद खोजने की कोशिश की। यहां पर भी इनका मन नहीं लगा। पहले मस्क जैसा बड़ा कारोबारी बनना चाहते थे। इसके लिए बड़े इन्वेस्टर से भी मिले। कोई भी उन्हें प्रोत्साहित नहीं कर पाया। अब हवाई में लौटकर फिजिक्स की पढ़ाई कर रहे हैं। उन्हें लगता है, वह ऐसी कंपनी शुरू कर सकते हैं। जो वास्तविक रूप से दुनिया के लिए वास्तविक आनंद देने वाली चीजें बना पाएं। अपने मनुष्य जीवन का उद्देश्य खोज पाएं। विनय की पढ़ाई और असाधारण सफलता विनय ने, इलिनाय यूनिवर्सिटी से सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग का कोर्स शुरू किया था। 2 साल बाद ही कोर्स छोड़कर सोशल मीडिया में स्टार्टअप के रूप में बेकप्लेन ज्वाइन कर लिया। यहीं पर उसकी मुलाकात थॉमस और शाहिद खान से हुई।तीनों ने मिलकर लूम की स्थापना की। वीडियो शेयरिंग प्लेटफार्म बनकर 1।4 करोड़ यूजर्स को अपने साथ जोड़ा। 1700 करोड रुपए की पूंजी जुटाई। 2023 में मल्टीनेशनल सॉफ्टवेयर कंपनी एटलसियन ने लूम को 8400 करोड रुपए में खरीद लिया। इतना पैसा आ जाने के बाद स्टेटस कायम करने की इच्छा नहीं रही।गर्लफ्रेंड साथ छोड़ कर चली गई। ब्रेकअप के बाद असुरक्षा की भावना बढ़ गई।सार्थक जिंदगी और संतुष्टि की तलाश में हिमालय पहुंचे। लेकिन यहां पर भी उनका नहीं लगा। 33 वर्षीय सफल उद्यमी विनय हिरेमथ अपनी वर्तमान जिंदगी से निराश हैं।उन्हें अपने जीवन का उद्देश्य, आनंद और शांति नहीं मिल पा रही है।इससे समझा जा सकता है। भौतिक सुख और हजारों करोड़ों रुपए की संपत्ति भी आपको सुख और आनंद नहीं दे सकती है। सुख और आनंद,अंतर मन से महसूस किया जा सकता है। भौतिक सुख सुविधा और आसक्ति से असंतुष्टि ही मिलती है। इससे संतुष्टि नहीं मिलती है। अब वह अपने जीवन के उद्देश्य की खोज में लगे हुए हैं। एसजे/07/01/2024