कहा- महात्मा गांधी ने विश्व के अनेक अहिंसक आंदोलनों को प्रेरित किया – ओम बिरला -आर्ट गैलरी दिल्ली का एक प्रमुख सांस्कृतिक केंद्र बनेगी - गोयल -गांधी दर्शन भविष्य में कलाकारों, क्यूरेटरों और कला शिविरों का भी आयोजन करेगा – गोयल नई दिल्ली (ईएमएस लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 6 जनवरी, 2025 को राजघाट स्थित 36 एकड़ में फैले गांधी दर्शन परिसर में नव विकसित ‘गांधी दर्शन आर्ट गेलरी’ का उद्घाटन किया। इस उद्घाटन कार्यक्रम में देशभर से आए लगभग 100 कलाकारों ने भाग लिया। इस अवसर पर प्रसिद्ध मूर्तिकार राम सुतार विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व केंद्रीय मंत्री और गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति के उपाध्यक्ष विजय गोयल ने की। इस अवसर पर उपस्थित कलाकारों और मूर्तिकारों को संबोधित करते हुए ओम बिरला ने गांधी दर्शन द्वारा कला की अभिव्यक्ति के लिए एक मंच प्रदान करने की इस पहल की सराहना की। उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी की अहम भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनके सिद्धांतों ने वैश्विक स्तर पर अहिंसात्मक आंदोलनों को प्रेरित किया है। ओम बिरला ने यह भी कहा कि कलाकारों की अलग सोच और चिंतन उनके सृजन को आकार देता है और समाज की सांस्कृतिक एवं बौद्धिक संरचना में योगदान करता है। उन्होंने युवाओं से विकसित भारत में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान भी किया। अपने संबोधन में विजय गोयल ने कहा कि दिल्ली में कलाकारों के लिए अपने कार्यों को प्रदर्शित करने के लिए अच्छे स्थानों की कमी है। ऐसे में यह आर्ट गेलरी इस कमी को पूरा करेगी। गोयल ने कहा कि आने वाले समय में गांधी दर्शन आर्ट गेलरी दिल्ली में एक प्रमुख सांस्कृतिक स्थल बनेगी, जो पेशेवर और उभरते कलाकारों को एक बड़ा मंच प्रदान करेगी। गोयल ने यह भी घोषणा की, कि आरंभिक सात प्रदर्शनियां निःशुल्क होंगी, और बाद में कलाकार और प्रदर्शक नाममात्र शुल्क का भुगतान करके दीर्घा बुक कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि गांधी दर्शन आर्ट गॅलरी में समय-समय पर प्रदर्शनियां, कार्यशालाएं, कला शिविर और सहयोगात्मक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, और इसमें कलाकारों और क्यूरेटरों को अपने प्रदर्शनियों को क्यूरेट करने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। गोयल ने कहा की “आने वाले दिनों में यह गैलरी कलाकारों के लिए बहुत ही मामूली शुल्क पर उपलब्ध होगी, जिससे रचनात्मकता को बढ़ावा मिलेगा ।कलाकारों के लिए यह गेलरी एक केंद्र के रूप में कार्य करेगी, जहां उन्हें न केवल अपनी कला प्रदर्शित करने का स्थान मिलेगा, बल्कि वे दर्शकों और अन्य रचनाकारों से जुड़ सकेंगे। गोयल ने कहा कि इसके माध्यम से गांधी दर्शन परिसर, जिसमें महात्मा गांधी के जीवन पर आधारित चार संग्रहालय भी हैं, में आने वाले दर्शकों की संख्या में भी वृद्धि होगी।” कार्यक्रम में समिति के निदेशक डॉ ज्वाला प्रसाद ने अपने स्वागत सम्बोधन में अतिथियों का आभार प्रकट किया।