व्यापार
06-Jan-2025
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- ‎निर्यात बढ़ने में सरकार के प्रयास और नीतियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा नई दिल्ली (ईएमएस)। भारतीय खिलौना उद्योग ने हाल ही में एक उल्लेखनीय मोड़ लिया है जो उसके विकास की कहानी को दर्शाता है। एक नए अध्ययन के अनुसार, वित्त वर्ष 2022-23 में, इस उद्योग ने आयात में 52 फीसदी की गिरावट और निर्यात में 239 फीसदी की वृद्धि देखी है। इसका मामूली संकेतन यह है कि भारतीय खिलौना उद्योग अब एक महत्वपूर्ण खिलौना निर्यातक बन गया है। इस प्रगति के पीछे सरकार के प्रयास और नीतियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र की अच्छी बनावट ने इस उद्योग को विकसित किया है। साथ ही, सरकार के सहयोग की मात्रा बढ़ी है जिससे विनिर्माण इकाइयों की संख्या में वृद्धि हुई और निर्भरता कम हुई। भारतीय खिलौना उद्योग को भविष्य में और भी सशक्त बनाने के लिए सुझाव दिए गए हैं। विकास में प्रौद्योगिकी का महत्वपूर्ण योगदान है जिससे क्षेत्र में और भी नए उत्पाद विकसित हो सकें। ई-कॉमर्स के माध्यम से संयोजन बढ़ाए जा सकते हैं और निर्यात को संवर्धित किया जा सकता है। इसके साथ ही, सांस्कृतिक विविधता को बढ़ावा देने के लिए कई अवसर हैं जिन्हें उद्योग को लाभ देना चाहिए। इस समय उद्योग और सरकार का एक होकर काम करना जरूरी है ताकि भारत ग्लोबल खिलौना मार्केट में भाग ले सके। गति और योगदान में एकीकृत उद्योग और सरकार के संयोजन से, भारतीय खिलौना उद्योग ने एक नई पहचान बनाई है। इसे आगे बढ़ाने के लिए उद्योग को और भी सक्रिय रूप से काम करना होगा और सरकार को भी इसमें सहयोग प्रदान करना होगा। सतीश मोरे/06जनवरी ---