नई दिल्ली (ईएमएस)। हाल ही में एक रिपोर्ट में कहा गया कि इम्यूनो-ऑन्कोलॉजी (आईओ) दवाएं, यानी कैंसर की इम्यून चिकित्सा, अगले पांच वर्षों में चिकित्सा क्षेत्र में सबसे बड़ा इनोवेशन बन सकती हैं। मतलब आने वाले 5 सालों में कैंसर के लिए कई दवाएं कारगर सावित हो सकती हैं। ग्लोबलडाटा द्वारा जारी की गई यह रिपोर्ट 128 फार्मा उद्योग के पेशेवरों के सर्वे पर आधारित है, जिसमें कैंसर के इलाज के तरीकों में क्रांतिकारी बदलाव का आकलन किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, इस क्षेत्र में हुई प्रगति आने वाले वर्षों में कैंसर के इलाज के तरीके को पूरी तरह बदलने वाली है। इसमें चेकपॉइंट इनहिबिटर, सीएआर-टी सेल थेरेपी और कैंसर वैक्सीन्स जैसी नई तकनीकों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के अनुसार, 2022 में दुनिया भर में लगभग 2 करोड़ नए कैंसर के मामले सामने आए थे, जिनमें से लगभग 97 लाख लोगों की मौतें हुईं। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि फेफड़े, स्तन और कोलोरेक्टल कैंसर के सबसे अधिक मामले सामने आए और यही कारण रहे सबसे अधिक मौतों का। यह आंकड़े 85 देशों और 36 प्रकार के कैंसर पर आधारित हैं। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया कि हर 5 में से 1 व्यक्ति को जीवन में कभी न कभी कैंसर होता है और 9 में से 1 पुरुष और 12 में से एक महिला इस बीमारी से मरते हैं। वीरेंद्र/ईएमएस 06 जनवरी 2025