इस्लामाबाद (ईएमएस)। पाकिस्तान का लंबी दूरी का मिसाइल प्रोग्राम पिछले बीते महीने पर चर्चा में आ गया, जब अमेरिका ने इससे जुड़ी कंपनियों के ऊपर प्रतिबंध लगाने की घोषणा कर दी। अमेरिका की इस घोषणा के बाद पाकिस्तान में खलबली मची है। अमेरिका के राष्ट्रीय उप सुरक्षा सलाहकार जोनाथन फाइनर ने तो पाकिस्तानी मिसाइल कार्यक्रम को अमेरिका के लिए खतरा बता दिया। इस बीच पाकिस्तान में एक चर्चा यह उठ रही है कि क्या अमेरिका ने पाकिस्तान के मिसाइल कार्यक्रम पर प्रतिबंध इजरायल की वजह से उठाया है। पाकिस्तान के रणनीतिक एक्सपर्ट डॉ. कमर चीमा ने अपने पॉडकास्ट में पाकिस्तानी मिसाइल कार्यक्रम को लेकर चर्चा की है। पाकिस्तान की कायदे आजम यूनिवर्सिटी में राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय संबंध विभाग के डीन डॉ. जफर नवाज जसपाल से बात करते हुए कमर चीमा ने कहा कि क्या पाकिस्तान के मिसाइल प्रोग्राम को अमेरिका इजरायल के लिए खतरा मान रहा है। इस पर डॉ. जसपाल ने कहा कि पाकिस्तान की शाहीन-3 मिसाइल 2700 किलोमीटर की दूरी तक हमला कर सकती है। इस तरह पाकिस्तान के पास इजरायल के हर इलाके तक पहुंचने की क्षमता है। ऐसे में पाकिस्तान को इजरायल तक पहुंचने के लिए नया मिसाइल कार्यक्रम शुरू करने की जरूरत ही नहीं है। हालांकि, जसपाल ने इस बात पर जोर दिया कि पाकिस्तान का इजरायल को निशाना बनाने की बात नहीं की। जसपाल ने कहा कि पाकिस्तान में राजनीतिक पार्टियों के लोग भले इजरायल के खिलाफ बयान दे देते हैं, लेकिन पाकिस्तान की सरकार ने यहूदी देश के खिलाफ कोई भी सैन्य धमकी नहीं दी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की मिसाइल इजरायल के साथ ही भारत की पूर्वी कमांड अंडमान और निकोबार द्वीप समूह तक हमला कर सकती है। सुदामा/ईएमएस 05 जनवरी 2025