राज्य
04-Jan-2025
...


:: 9 जनवरी को श्रीहरि नारायण की पंचधातु निर्मित अद्भुत भव्य प्रतिमा के दर्शन होंगे :: :: इन्दौर से शुरू होगी 235 कि.मी. की भव्य शोभायात्रा ; सुसज्जित रथ पर मनोहरी दिव्या प्रतिमा को निहारने लाखों श्रद्धालु शामिल होंगे :: इन्दौर (ईएमएस)। भगवान विष्णु का भव्य मंदिर महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले के ग्राम शहादा (शहाड) में निर्माणाधीन है। मंदिर में भगवान विष्णु की विशालकाय शेषशायी मूर्ति स्थापित की जाएगी। इसके पूर्व मूर्ति को भव्य शोभायात्रा के साथ शहादा ले जाया जाएगा ; 235 कि.मी. की शोभायात्रा की शुरुआत इन्दौर के राजवाड़ा मां अहिल्या प्रतिमा से 9 जनवरी को होगी। यात्रा की महत्वपूर्ण बैठक आज रविवार 5 जनवरी को रखी गई है। गुरु भक्त महेंद्र अग्रवाल, नितिन गर्ग, संतोष अग्रवाल, आनन्द गर्ग, महिला सेवा मंडल से प्राची अग्रवाल, भावना गर्ग व संगीता अग्रवाल बताया कि इन्दौर से इस दिव्य प्रतिमा को भव्य शोभायात्रा के जरिये इन्दौर से शहादा ले जाया जाएगा। नारायण भक्ति पंथ, सिंदौड़ा के सद्गुरु लोकेशानंद महाराज ने बताया कि 9 जनवरी को भगवान श्री विष्णु की शेषशायी स्वरुप की इस मूर्ति के दिव्य दर्शन इन्दौर के राजवाड़ा चौक में सुबह 9.30 बजे किए जा सकेंगे। यहीं से दर्शन-पूजन के बाद यह मूर्ति भव्य शोभायात्रा के साथ वाहन के जरिये 235 कि.मी. के सफर पर निकलेगी, यह मूर्ति 11 जनवरी को शहादा पहुंचेगी। मार्ग में राऊ, महू, मानपुर, ठीकरी, बरुफाटक, जुलवानिया, गुजरी, सेंधवा, निवाली, पानसेमल, खेतिया आदि स्थानों पर यात्रा का स्वागत किया जाएगा। यात्रा का रात्रि पडाव 9 जनवरी को धामनोद व 10 जनवरी को सेंधवा में रहेगा। उन्होंने बताया कि मूर्ति की लंबाई 11 फीट और वजन 21 टन है। जयपुर के कारीगरों ने इसे आकार दिया है। इस विशेष शोभायात्रा की दिव्या बैठक रविवार 5 जनवरी को 11:00 बजे पूर्वी क्षेत्र के रानी सती मंदिर पर रखी गई है जिसमें सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु एवं सेवादार शामिल होंगे। उन्हें यात्रा मार्ग के अलग-अलग दायित्व सौंपे जाऐंगे। :: 14 जनवरी को मंदिर में गर्भगृह में कराया जाएगा मूर्ति का प्रवेश :: सद्गुरु लोकेशानंद ने बताया कि 11 जनवरी को शहादा पहुंचने के बाद यात्रा नगर भ्रमण करेगी। 11 से 14 जनवरी तक शहादा में भक्ति महोत्सव मनाया जाएगा, जिसमें भजन, कीर्तन, महापूजा और भगवान श्री विष्णु की विशेष अर्चना संपन्न होगी। इसके अलावा 12 से 15 जनवरी तक श्रीमद् भागवत कथा का भी आयोजन होगा। 14 जनवरी को सूर्य के उत्तरायण पर शुभ मुहूर्त में भगवान श्री विष्णु की प्रतिमा को गर्भगृह में प्रवेश कराया जाएगा। लोकेशानंद महाराज ने स्पष्ट किया कि फिलहाल मूर्ति का सिर्फ प्रवेश कराया जा रहा है। मंदिर का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद विधिवत् प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इसमें दो वर्ष का समय लगेगा। मंदिर का निर्माण नागर शैली में किया जा रहा है। इसी के साथ भक्त निवास और अन्न क्षेत्र का निर्माण भी किया जा रहा है। उमेश/पीएम/04 जनवरी 2025