-मौसम विभाग ने 2025 के मौसम के अनुमान का अलर्ट किया जारी नई दिल्ली,(ईएमएस)। देश में कड़ाके की ठंड जारी रही है। ये ठंड 15 दिसंबर के बाद शुरू हुई, जो अभी तक जारी है। पूरे देश में ठंड के मात्र 15 दिन हुए हैं, लेकिन मौसम विभाग ने 2025 के मौसम अनुमान के विपरीत दिसंबर का आधा महीना ज्यादा गर्म रहा। अब फिर से मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग (आईएमडी) ने बताया कि जनवरी से गर्मी का एहसास शुरू हो जाएगा। पूर्वानुमान ने बताया कि जनवरी से मार्च तक महीना अपेक्षाकृत ज्यादा गर्म होगा। आईएमडी की पूर्वानुमान मानें तो 2024 के अधिकांश महीने 123 साल में सबसे ज्यादा गर्म रहे। साल के आखिरी के तीन महीने (अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर) काफी गर्म रहे। वहीं, अक्टूबर अकेले 123 साल का सबसे गर्म रहा। मौसम विभाग ने जनवरी के लिए पूर्वानुमान लगाया है। मौसम विभाग के मुताबिक यूपी, राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात और बिहार के कुछ हिस्सों को छोड़कर भारत के अधिकांश हिस्सों में औसत न्यूनतम (रात) तापमान गर्म रहने की संभावना है। वहीं, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिमी राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात में तापमान सामान्य से कम तापमान रहने की संभावना है। मौसम विभाग की माने तो देश के अधिकांश हिस्सों में जनवरी से मार्च तक तापमान समान्य से गर्म रह सकता है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि इस साल जनवरी में सामान्य से ज्यादा बारिश होने की संभावना है। आईएमडी प्रमुख एम मोहपात्रा ने मौसम का पूर्वानुमान जारी किया है। उन्होंने बताया कि जनवरी में सेंट्रल इंडिया के पश्चिमी और उत्तरी हिस्सों में शीतलहर की संभावना जताई है। उन्होंने बताया कि यूपी में होने वाले महाकुंभ तक न्यूनतम तापमान समान्य से कम रहने की संभावना है, यानी ठंड पड़ने वाली है। मौसम विभाग ने आने वाले तीन महीने के तापमान का जो अनुमान जारी किया है, उसके हिसाब से देश के आधिकांश हिस्सों में जनवरी, फरवरी और मार्च गर्म रहेगा। जनवरी का औसत तापमान, खासकर दिन का तापमान उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत और दक्षिण प्रायद्वीप के मध्य भागों को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक गर्म रहने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर पश्चिम हिस्सों में लगातार बने दो पश्चिमी विक्षोभ मैदानी भागों में जनवरी में बारिश तो पहाड़ों पर बर्फबारी होगी। वहीं, बारिश की वजह से उत्तर भारत में शीतलहर का अलर्ट है। मौसम विभाग ने बताया कि शीतलहर वाले दिनों की संख्या भी सामान्य से ज्यादा रहने की उम्मीद है। 2024 का अंत 2001 के बाद सबसे अधिक बारिश वाले दिसंबर के साथ हुआ है। सिराज/ईएमएस 03 जनवरी 2025