नई दिल्ली (ईएमएस)। 2019 के मुकाबले भारतीय जनता पार्टी का प्रदर्शन 2024 के लोकसभा चुनावों में ज्यादा ठीक नहीं रहा, लेकिन बीजेपी ने 50 फीसदी से ज्यादा वोट शेयर के अंतर से पांच सीटें जीती हैं। वहीं 2019 के चुनाव में ये केवल तीन सीटें ही थी। चुनाव आयोग के डेटा से इसकी जानकारी सामने आई है। 2024 में किसी भी दूसरी पार्टी ने 50 फीसदी से ज्यादा वोट मार्जिन से कोई भी सीट नहीं जीती है। बीजेपी के जिन उम्मीदवारों ने 50 फीसदी से ज्यादा वोट शेयर से सीट जीती है। उसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और शंकर लालवानी और पूर्व सीएम बिप्लब देब का नाम शामिल हैं। त्रिपुरा पश्चिम को छोड़कर इन पांच सीटों में से चार को बीजेपी का गढ़ माना जाता है। वहीं सबसे ज्यादा वोट शेयर से जीतने वाले प्रत्याशी इंदौर से सांसद लालवानी थे। उन्हें करीब 91.32 फीसदी वोट मिले और उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी को 75 फीसदी वोट शेयर से हराया। मध्य प्रदेश की सीट के लिए मुकाबला इसलिए भी सबसे दिलचस्प था क्योंकि कांग्रेस प्रत्याशी ने वोटिंग से कुछ दिन पहले अपना नॉमिनेशन वापस ले लिया और बीजेपी का दामन थाम लिया। इस घटनाक्रम के बाद लालवानी को बाकी उम्मीदवारों से ज्यादा टफ फाइट नहीं मिली। बीजेपी के अन्य उम्मीदवार करीब 50 से 60 फीसदी वोट शेयर से जीते। आजादी के बाद से अब तक हुए सभी लोकसभा चुनाव में केवल 198 सीटों पर जीत का अंतर 50 फीसदी से ज्यादा रहा है। सबसे ज्यादा वोट शेयर का अंतर 97.19 फीसदी है। इस साल 1989 में प्यारे लाल हांडू ने हासिल किया था। वे जम्मू-कश्मीर की अंनतनाग सीट से उम्मीदवार थे। कुल मिलाकर आजादी के बाद से केवल दो ही ऐसी सीटें हैं जो 90 फीसदी से ज्यादा वोट शेयर के अंतर से जीती गई हैं। छह सीटें 80 फीसदी और 90 फीसदी के बीच, 16 सीटें 70 फीसदी और 80 फीसदी के बीच; 45 सीटें 60 फीसदी और 70 फीसदी के बीच व 129 सीटें 50 फीसदी और 60 फीसदी के बीच जीती गई हैं। वहीं राज्यवार विश्लेषण करने पर साफ होता हैं कि यूपी में सबसे अधिक 43 सीटें 50 फीसदी से ज्यादा वोट शेयर मार्जिन के साथ जीती गई हैं। महाराष्ट्र में यह संख्या 31 है, जिसमें छह सीटें उस समय की हैं जब इसे बॉम्बे के नाम से जाना जाता था, इसके बाद बिहार में 27 सीटें हैं। कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 50 फीसदी से ज्यादा मार्जिन वाली 112 सीटें जीती हैं। आपातकाल के बाद हुए चुनावों में कांग्रेस को सत्ता से बेदखल करने वाली जनता पार्टी (जेपी) 49 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर है। 1977 के चुनाव में जेपी ने ऐसी सभी सीटें जीती थीं। इस लिस्ट में बीजेपी तीसरे नंबर पर है, जिसने 11 ऐसी सीटें जीती हैं। आशीष/ईएमएस 03 जनवरी 2025