राज्य
02-Jan-2025


संभल (ईएमएस)। उत्तर प्रदेश के संभल जिले में जामा मस्जिद और हरिहर मंदिर विवाद पर चल रहे मामले में बृहस्पतिवार को एडवोकेट कमिश्नर रमेश सिंह राघव ने सर्वे रिपोर्ट कोर्ट में पेश कर दी। यह रिपोर्ट 40 पन्नों की है और सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर इसे सील बंद लिफाफे में जमा किया गया है। विदित हो कि 19 और 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद का सर्वे किया गया था। यह सर्वे संभल के चंदौसी जिला कोर्ट के निर्देश पर हुआ। एडवोकेट कमिश्नर ने बताया कि स्वास्थ्य कारणों से रिपोर्ट पेश करने में थोड़ा समय लगा। उन्होंने कहा कि यह रिपोर्ट पूरी कर कोर्ट में जमा कर दी गई है। रिपोर्ट की सामग्री तब तक सार्वजनिक नहीं की जाएगी जब तक सुप्रीम कोर्ट से कोई निर्देश नहीं आता। एडवोकेट कमिश्नर ने स्पष्ट किया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक रिपोर्ट को खोला नहीं जाएगा। अगली सुनवाई के संबंध में एडवोकेट कमिश्नर ने कहा कि यह मुस्लिम पक्ष की कार्रवाई पर निर्भर करेगा। यदि वह हाईकोर्ट जाते हैं, तो उसके आधार पर मामले में आगे की प्रक्रिया तय होगी। गौरतलब है कि यह मामला पहले ही सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुका है। शीर्ष अदालत ने सर्वे रिपोर्ट को सील बंद लिफाफे में जमा करने का आदेश दिया था। रिपोर्ट में क्या जानकारी है, यह आदेश आने तक सामने नहीं आएगा। संभल के जामा मस्जिद और हरिहर मंदिर के बीच यह विवाद धार्मिक स्थलों की संरचना और अधिकारों को लेकर है। इस मामले ने कानूनी और धार्मिक विवाद का रूप ले लिया है। जिला कोर्ट के निर्देशों के तहत सर्वे किया गया। अब सभी की नजरें इस रिपोर्ट पर टिकी हैं। जामा मस्जिद बनाम हरिहर मंदिर मामले में कोर्ट की अगली कार्रवाई रिपोर्ट के खुलने और उच्च न्यायालय या सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों पर निर्भर करेगी। जितेन्द्र 02 जनवरी 2025