मेलबर्न (ईएमएस)। भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने सिडनी टेस्ट से पहले मीडिया से बात करते हुए कहा है कि ड्रेसिंग रूम की बातें यहीं तक सीमित रहनी चाहिए। उनका बाहर जाना सही नहीं होता। उन्होंने कहा कि ड्रेसिंग रुम में तनाव की बातें गलत है। गंभीर ने ये बात इसलिए कही क्योंकि टीम में गुटबाजी बातों को लेकर विवाद उठा था। ये भी कहा जा रहा था कि टीम के कुछ खिलाड़ी पहले टेस्ट में भी जसप्रीत बुमराह को कप्तान बनाये जाने के खिलाफ थे। इसी कारण मेलबर्न टेस्ट में हार के बाद गंभीर ने खिलाड़ियों को कड़ी फटकार लगायी थी। तब गंभीर ने सीनियर खिलाड़ियों पर भी जमकर निशाना साधा था। गंभीर ने कहा था कि अब उन्हें टीम की योजना के अनुसार काम करना होगा। गंभीर ने टीम में गुटबाजी के सवालों पर कहा कि कोच और खिलाड़ियों के बीच जो बातें होती हैं उन्हें ड्रेसिंग रूम में ही रहनी चाहिए। इस प्रकार की बातें बाहर आने से बेवजह विवाद होते हैं। साथ ही कहा कि.जब तक ड्रेसिंग रूम में ईमानदार लोग मौजूद हैं तब तक भारतीय क्रिकेट सुरक्षित हाथों में रहेगा। कोच ने कहा कि टीम में बने रहना केवल प्रदर्शन पर आधारित होता है। साथ ही कहा कि अगर किसी खिलाड़ी से व्यक्तिगत तौर पर बात होती है तो उसे दोनों के बीच में ही रहनी चाहिए’ ड्रेसिंग रूम में तनाव की बातें सहीं नहीं हैं। गंभीर ने भारतीय ड्रेसिंग रूम में खिलाड़ियों से कहा कि अब बहुत हो गया। खिलाड़ियों को टीम की योजना के अनुसार चलना होगा। कोच ने टीम की योजना को सही तरीके से अमल में नहीं लाने के लिए नाराजगी जतायी। मेलबर्न में भारतीय टीम के अनुभवी खिलाड़ियों ने लापरवाही में विकेट खो दिये। गंभीर ने खिलाड़ियों से कहा कि उन्होंने उन्हें अपनी मर्जी से खेलने की अजादी दी थी लेकिन अब वह स्वयं टीम के खेलने के तरीके का फैसला करेंगे। उन्होंने कहा कि जो खिलाड़ी उनके मैच के पहले बनाए गए प्लान को अमल में नहीं लाएंगे उन्हें टीम से बाहर जाना होगा। गंभीर ने अंतिम टेस्ट से पहले कहा, ‘यहां टीम पहले की भावना सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होती है। खिलाड़ी अपना पारंपरिक गेम खेल सकते हैं, लेकिन टीम स्पोर्ट्स में व्यक्तिगत खिलाड़ी सिर्फ अपना योगदान देते हैं।’ गंभीर ने कहा कि सिडनी में पिच देखकर ही अंतिम ग्यारह तय होगी। गिरजा/ईएमएस 02 जनवरी 2025