राज्य
02-Jan-2025
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40 साल पहले 5000 से अधिक मौतों का कारण बनी यूनियन कार्बाइड हाईकोर्ट के निर्देशानुसार 6 जनवरी तक शिफ्ट करने से पहले 3 को बतानी है प्रोग्रेस रिपोर्ट:: इन्दौर (ईएमएस) 40 साल पहले विश्व की भयावह त्रासदी में शुमार भोपाल गैसकांड को अंजाम देने वाली यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री में पड़ा जहरीला कचरा आखिरकार हाईकोर्ट के निर्देश के बाद हटाया गया। हाइकोर्ट ने 6 जनवरी तक इस जहरीले कचरे को हटाने के निर्देश दिए थे और सरकार को 3 जनवरी को हाईकोर्ट में इस मामले में अपनी प्रगति रिपोर्ट पेश करना है। उसके पहले ही सरकार ने कल रात 12 कंटेनरों में भरकर इस जहरीले कचरे को इंदौर बायपास के रास्ते सुबह 5:00 बजे पीथमपुर के आशापुरा गांव स्थित रामकी इन्वाइरो फैक्ट्री में पहुंचा दिया। पांच हजार से अधिक मौतों की ज़िम्मेदार यूनियन कार्बाइड के इस जहरीले कचरे से भरे कंटेनरों को भोपाल से पीथमपुर पहुंचाने के लिए ग्रीन कारिडोर बनाया गया था। कंटेनरों के परिवहन हेतु बनाए गए इस ग्रीन कॉरिडोर के कारण कई जगहों पर जाम की स्थिति बनी। 40-50 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड में जहरीले कचरे से भरे ये 12 कंटेनर लगभग 8 घंटे में ढाई सौ किलोमीटर का सफर तय करते रात 2:40 बजे इंदौर बायपास से गुजरे और सुबह 5:00 बजे तक पीथमपुर पहुंच गए। जहरीले कचरे से भरे इन 12 नीले रंग के कंटेनरों पर खतरनाक अपशिष्ट लिखा था और इनके परिवहन हेतु दो-दो ड्रायवरों को तैनात किया गया था जो कि पीपीई कीट पहने हुए थे। बताया जा रहा है कि अत्यधिक कोहरे के कारण कंटेनरों की स्पीड कम रखी गई थी वहीं सुरक्षा के लिए कंटेनरों के आगे पुलिस वाहन रास्ता क्लियर करते चल रहे थे। पूरे मार्ग पर पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी, जो कंटेनरों के आने से पहले चार किलोमीटर के दायरे की सड़क को क्लीयर और सुरक्षित करते हुए आगे बढ़ रहे थे। वहीं कंटेनरों के आगे एक पायलट वाहन भी चल रहा था। रात दो बजे के करीब इन कंटेनरों के इंदौर शहर की सीमा में बायपास से प्रवेश करने के साथ ही इन्दौर पुलिस के ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी और अधिकारी सतर्क हो गये। उन्होंने तुरंत बायपास पर चल रहे वाहनों को सर्विस रोड की ओर डायवर्ट कर बायपास क्लियर करवा दिया। वहीं इन कंटेनरों को मायाखेड़ी टोल नाके पर कुछ समय के लिए रोक सभी कंटेनरों को एक के पीछे एक निश्चित दूरी पर खड़ा कर उसी अनुसार पूर्ण पुलिस सुरक्षा के साथ पुलिस सुरक्षा बल, एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड और क्विक रिस्पॉन्स टीम की मौजूदगी में पीथमपुर तक ले जाया गया। आनन्द पुरोहित/ 02 जनवरी 2025