व्यापार
01-Jan-2025


मुंबई (ईएमएस)। पिछले 6 साल से जनवरी माह में शेयर बाजार में अमूमन गिरावट का ट्रेंड दिख रहा है। बीते 10 साल में 7 मौकों पर जनवरी में निफ्टी नुकसान में दिखाई दिए है। यह गिरावट मुख्य रूप से विदेशी निवेशकों (एफआईआई) की भारी बिकवाली के चलते देखी गई। 2015 से लेकर 2024 के बीच 6 बार विदेशी निवेशक नेट सेलर्स रहे हैं। पिछले 10 साल जनवरी में निफ्टी का औसत रिटर्न 0.38 प्रतिशत रहा है। पिछले 3 वर्षों में एफआईआई ने जनवरी में भारतीय शेयर बाजार से 87,899 करोड़ रुपए निकाले। इसके पहले जनवरी 2016, 2017 और 2019 में भी एफआईआई नेट सेलर्स थे। हालांकि 2015, 2018, 2020 और 2021 के जनवरी में इन्होंने भारतीय शेयर में खरीदारी की थी। घरेलू संस्थाओं ने 10 में से 7 साल निवेश बढ़ाया डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल निवेश (डीआईआई) जनवरी में 10 में से 7 मौकों पर खरीदार रहे। बीते 3 साल जनवरी में इन्होंने 87,899 करोड़ रुपए लगाए हैं। हालांकि 2015, 2020 और 2021 के जनवरी में ये नेट सेलर्स थे। वहीं, 2016 से 2019 तक 4 साल इन्होंने जनवरी में खरीदारी की। साल के पहले दिन सेंसेक्स में 400 अंक की बढ़त, निफ्टी में 100 अंक की तेजी शेयर बाजार में बुधवार साल के पहले दिन (1 जनवरी) बढ़त देखने को मिल रही है। सेंसेक्स करीब 400 अंक की बढ़त के साथ 78,650 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं निफ्टी में भी 100 अंक से ज्यादा की तेजी है, ये 23,750 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा है। शुरुआती कारोबार के दौरान सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 25 में तेजी और 5 में गिरावट देखने को मिल रही है। 2024 में 27 प्रतिशत बढ़े इक्विटी निवेशक नए निवेशकों के लिहाज से 2024 बेहद शानदार रहा है। इस दौरान बाजार ने कई कीर्तिमान बनाए। बीते साल रिटेल निवेशक सालाना आधार पर 27 प्रतिशत से बढ़कर 11 करोड़ के करीब पहुंच गए। महाराष्ट्र और यूपी में निवेशकों की संख्या पहली बार 1 करोड़ पार निकल गई। हालांकि महिला निवेशकों की भागीदारी उम्मीद के मुताबिक नहीं रही। आशीष दुबे / 01 जनवरी 2025