टीकमगढ़ (ईएमएस)। राजस्व विभाग में बिना रिश्वत के कोई काम नहीं होता है। राजस्व विभाग के कर्मचारी और अधिकारी बिना रिश्वत लिए कोई काम ही नहीं करते हैं। इसका उदाहरण है, मुख्यमंत्री जन कल्याण शिविर मे पटवारी ने फोती नामांतरण के लिए ₹10000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। लोकायुक्त पुलिस ने पटवारी और उसके दो दलालों को मुख्यमंत्री जन कल्याण शिविर से गिरफ्तार किया है। टीकमगढ़ मे मुख्यमंत्री जन कल्याण शिविर में संजू रैकवार ने फोती नामांतरण के लिए 111000 की रिश्वत मांगी थी। पटवारी ने। रिश्वत की वसूली के लिए एक गेंग तैयार करके रखी थी। जो किसानों से रिश्वत की रकम वसूल करती थी। किसान संजीव यादव से रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त सागर द्वारा पटवारी संजू रैकवार तथा दलाल शिवम यादव एवं रतिराम पाल को गिरफ्तार किया है। शिविर में जहां पर राजस्व विभाग के आला अधिकारी उपस्थित होते हैं। वहां पर भी रिश्वत का खुले आम खेल होता है। यह टीकमगढ़ की घटना से स्पष्ट हुआ है। एसजे/ 31 दिसम्बर /2024