दिलजीत ने मनमोहन की एक प्रसिद्ध शायरी सुनाई नई दिल्ली (ईएमएस)। पंजाबी सिंगर और बॉलीवुड अभिनेता दिलजीत दोसांझ का ‘दिल-लुमिनाटी’ इंडिया टूर अपने आखिरी चरण में है। 29 दिसंबर को गुवाहाटी में आयोजित उनके कॉन्सर्ट ने खास सुर्खियां बटोरीं, जब दिलजीत ने कॉन्सर्ट को भारत के दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को समर्पित किया। एक वीडियो में दिलजीत ने मनमोहन सिंह को याद कर उन्हें गरिमामय व्यक्तित्व बताया। उन्होंने कहा, मनमोहन जी ने पूरी जिंदगी बेहद साधारण और सच्चा जीवन जिया। वे कभी किसी को जवाब नहीं देते थे और न ही किसी के बारे में बुरा बोलते थे। राजनीति के करियर में उनके जैसे व्यक्तित्व का होना बहुत मुश्किल था। इस दौरान दिलजीत ने मनमोहन की एक प्रसिद्ध शायरी सुनाई, जिसने श्रोताओं को भावुक कर दिया। उन्होंने कहा, हजारों जवाबों से मेरी खामोशी अच्छी, न जाने कितने सवालों की आबरू ढक लेती है। उन्होंने युवाओं को संदेश देकरा कहा, हमें कोई कितना भी बुरा बोले या भटकाने की कोशिश करे, हमें अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित रखना चाहिए। हमें यह समझना चाहिए कि जो हमें बुरा कह रहा है, वह भी ईश्वर का ही एक रूप है, और यह हमारे धैर्य और प्रतिक्रिया का परीक्षण है। दिलजीत की श्रद्धांजलि ने उनके प्रशंसकों का दिल जीत लिया। सोशल मीडिया पर उनकी तारीफों की झड़ी लग गई। वहीं, कुछ फैंस ने एपी ढिल्लों के साथ हुए उनके विवाद पर एक अप्रत्यक्ष प्रतिक्रिया के रूप में देखा। आशीष दुबे / 30 दिसंबर 2024