अंतर्राष्ट्रीय
30-Dec-2024
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आलम ने कहा-संधि में समय सीमा का जिक्र नहीं, हम जवाब का इंतजार करेंगे ढाका,(ईएमएस)। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने पूर्व पीएम शेख हसीना के प्रत्यर्पण के लिए भारत से अनुरोध किया है, लेकिन भारत ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। अगस्त 2024 में भारी विरोध के बाद शेख हसीना को सत्ता से बेदखल कर दिया गया था और वह बांग्लादेश छोड़कर भारत आ गई थीं। बांग्लादेश ने 23 दिसंबर को भारत को नोट वर्बेल भेजकर प्रत्यर्पण की मांग की है जो दोनों देशों के बीच 2013 में हस्ताक्षरित और 2016 में संशोधित प्रत्यर्पण संधि के तहत की गई है। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के सलाहकार महफूज आलम ने मीडिया से कहा कि भारत का रुख इस मामले में राजनीतिक प्रतीत होता है। उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि भारत उन्हें वापस भेजने के पक्ष में नहीं है। हालांकि हमें यथार्थवादी बने रहना होगा और जल्दबाजी में कोई कार्रवाई नहीं करेंगे। बांग्लादेश की ओर से संकेत दिया गया है कि यदि भारत से जल्द जवाब नहीं मिलता है, तो इस मुद्दे पर एक औपचारिक रिमाइंडर भेजा जाएगा। वहीं, बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद रफीकुल आलम ने कहा कि संधि में कोई समय सीमा का उल्लेख नहीं है, इसलिए सरकार भारत के जवाब का इंतजार करेंगे। बता दें 2013 में हस्ताक्षरित और 2016 में संशोधित प्रत्यर्पण संधि के तहत दोनों देशों ने भगोड़े अपराधियों को सौंपने की प्रक्रिया को तेज करने का प्रावधान किया था। बांग्लादेश ने इस संधि का हवाला देते हुए दावा किया है कि शेख हसीना पर हत्या, नरसंहार और मानवता के खिलाफ अपराध समेत 100 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। भारत की ओर से अभी तक इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय संबंधों और क्षेत्रीय राजनीति में इस मामले को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। सिराज/ईएमएस 30दिसंबर24