सियोल (ईएमएस)। दक्षिण कोरिया में हादसे में बचे फ्लाइट अटेंडेंट को अंदाजा ही नहीं है कि इतना बड़ा हादसा हो चुका है। बता दें कि इस हादसे में दो फ्लाइट अटेंडेंस बच गए थे। इसमें एक दिमागी तौर पर पूरी तरह स्वस्थ नहीं है। जब इस फ्लाइट अटेंडेंट से डॉक्टरों ने उसकी हालत के बारे में पूछा तो उसका सवाल था क्या हुआ है? वह हादसे से बिल्कुल हिला हुआ नजर आ रहा है। उसने पूछा कि आखिर उसे यहां क्यों लाया गया है। हादसे में बची दूसरी अटेंडेंट, 25 वर्षीय नोन है। उसे भी हादसे के बारे में कुछ भी याद नहीं और वह अपने सिर, घुटने और पेट में दर्द महसूस कर रही है। अस्पताल में उसका इलाज किया जा रहा है। ली ने बताया कि उसने लैंडिंग के लिए अपनी सीट बेल्ट बांध ली थी। लेकिन क्रैश लैंडिंग के बाद क्या कुछ हुआ, उसे बिल्कुल भी याद नहीं है। हॉस्पिटल के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि अटेंडेंट को काफी ज्यादा सदमा लगा है। इसीलिए वह इस तरह के सवाल पूछ रहा है। अधिकारी के मुताबिक वह काफी ज्यादा परेशान है। ऐसा लगता है कि वह प्लेन और अन्य यात्रियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है। जानकारी के मुताबिक ली को विमान के पिछले हिस्से में ड्यूटी कर रहा था। यहां पर उसे यात्रियों की मदद करनी थी। ली के बाएं कंधे और सिर में चोट लगी है। हालांकि इसके बावजूद वह होश में है। इन मुआन के फायर चीफ ली जुंग-ह्यून के मुताबिक इन दोनों को जलते हुए विमान के बिल्कुल पिछले हिस्से से निकाला गया। इनमें से एक महिला और दूसरा पुरुष। दोनों गंभीर हालत में हैं। इन दोनों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। गौरतलब है कि हादसे में विमान में सवार 181 यात्रियों में से 179 ने अपनी जान गंवा दी। थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक से 175 यात्रियों और चालक दल के छह सदस्यों के साथ जेजू एयर का बोइंग 7सी2216 विमान सुबह नौ बजे के बाद हवाई अड्डे पर उतरने का प्रयास कर रहा था। तभी एक पक्षी के टकराने से विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसके बाद पायलट ने प्लेन को लैंड कराने की कोशिश की, लेकिन यह एक दीवार से टकरा गया और आग के गोले में बदल गया। वीरेंद्र/ईएमएस/30दिसंबर2024