15 लाख क्विंटल से अधिक धान है खुले में भंडारित धान का शीघ्र परिवहन करने के निर्देश बालाघाट (ईएमएस). जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का कार्य जारी है। किसानों से खरीदी गई धान को केंद्रों में ही भंडारित किया जा रहा है। मौजूदा समय में 15 लाख क्विंटल से अधिक धान खुले में भंडारित है। खुले में भंडारित धान पर अब बारिश का खतरा मंडाराने लगा है। कलेक्टर ने मौसम में बदलाव को देखते हुए शीघ्र ही धान का परिवहन करने के निर्देश दिए है। जानकारी के अनुसार जिले में अभी तक 32 लाख 4 हजार 216 क्विंटल धान की खरीदी की गई है। जिसमें से 17 लाख 62 हजार 638 क्विंटल धान का ही परिवहन किया गया है। शेष धान अभी भी खुले में ही भंडारित है। ऐसे में बारिश होती है तो खुले में भंडारित धान के खराब होने की संभावना प्रबल बनी हुई है। तिरपाल लगाकर ढकी जा रही है धान मौसम विभाग की चेतावनी के बाद जिले में उपार्जन केंद्रों और राजस्व विभाग के मार्गदर्शन व निगरानी में खुले में भंडारित धान को सुरक्षित करने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। धान के बचाव के लिए तिरपाल लगाई जा रही है। ताकि बारिश होने पर धान पानी में भीग न सकें। 1 जनवरी तक किसानों से नहीं खरीदी जाएगी धान आगामी दिनों में वर्षा की संभावना को दृष्टिगत रखते हुए उपार्जन केन्द्रों पर उपलब्ध धान के सुरक्षित भंडारण के लिए 30, 31 दिसम्बर और 1 जनवरी (केवल तीन दिन) समर्थन मूल्य पर धान का उपार्जन नहीं किया जाएगा। शासन ने इसके आदेश भी जारी कर दिए है। जिला आपूर्ति अधिकारी ज्योति बघेल आर्य ने बताया कि खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर धान विक्रय करने के लिए जिन किसानों द्वारा स्लॉट बुक किया गया है, उनके स्लॉट की वैधता अवधि 5 कार्य दिवस बढ़ाई गई है। इसकी सूचना एसएमएस के माध्यम से किसानों को दी जा रही है। 2 जनवरी से किसानों द्वारा नियमित रुप से धान का विक्रय उपार्जन केन्द्रों पर किया जा सकेगा। वहीं ई उपार्जन पोर्टल पर पंजीकृत किसानों को समर्थन मूल्य पर धान विक्रय का अवसर देने के लिए उपार्जन की अंतिम तारीख 20 जनवरी से बढ़ाकर 23 जनवरी निर्धारित कर ली गयी है। भानेश साकुरे / 28 दिसंबर 2024