राष्ट्रीय
27-Dec-2024
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नई दिल्ली(ईएमएस)। देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था से सरकारें चुनने के चलन की वजह से राजनीतिक दलों के बीच प्रतिस्पर्धा आम बात है। चुनावी समर में दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप भी खूब सुनाई पड़ते हैं। लेकिन अगर मामला महिलाओं की आधी आबादी में तेजी से बढ़ते उच्च शिक्षा के रूझान का हो तो उसकी चर्चा होना लाजमी है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने इसकी शुरुआत करते हुए बताया है कि बीते दस वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की केंद्र सरकार में कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और उच्च-शिक्षा के बाकी संस्थानों में महिलाओं की नामांकन दर में काफी इजाफा देखने को मिला है। आंकड़ों में यह संख्या 38.4 फीसदी के साथ 2.18 करोड़ पर जा पहुंची है। इसमें स्टेम (साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथमेटिक्स) क्षेत्र में बढ़ता महिलाओं का 23 फीसदी योगदान भी शामिल है। मंत्रालय ने यह तुलना 2014 से पहले तक केंद्र की सत्ता पर काबिज रही कांग्रेस नीत संप्रग सरकार से की है। उनके लगभग समान अवधि के शासन में उच्च शिक्षण संस्थानों में दाखिले के लिए नामांकन कराने वाली महिलाओं की संख्या 1.57 करोड़ थी। 4.46 करोड़ पर पहुंचा कुल नामांकन मंत्रालय की जानकारी के मुताबिक, 2014-15 से गुजरे एक दशक यानी 2022-23 तक उच्च शिक्षण संस्थानों में लड़के और लड़कियों के नामांकन का कुल आंकड़ा 30.5 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 4.46 करोड़ पर जा पहुंचा है। जबकि 2014 से पहले यह 3.42 करोड़ पर था।उच्च-शिक्षण संस्थानों में लड़के, लड़कियों की नामांकन दर में इजाफे के साथ कॉलेज और विश्वविद्यालयों की संख्या भी तेजी से बढ़ी है। वर्ष 2014-15 तक के 51 हजार 534 के मुकाबले वर्ष 2022-23 में बढ़कर यह 58 हजार 643 पर जा पहुंची है। दस साल के दौरान हुआ यह 13.8 फीसदी का इजाफा है। इसी तरह से समान अवधि में कॉलेजों की संख्या 38 हजार 498 से बढ़कर 46 हजार 624 हो गई। जबकि विश्वविद्यालयों की संख्या 760 से बढ़कर 1 हजार 213 पर पहुंच गई। मंत्रालय इसे एक दशक में विश्वविद्यालयों की संख्या में हुई 59.6 फीसदी और कॉलेजों की संख्या में हुई 21.1 फीसदी की बढ़ोतरी मानता है। क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग में भारत के 46 संस्थान क्यूएस की प्रतिष्ठित वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में भारत के 46 उच्च शिक्षण संस्थान शामिल हुए हैं। वर्ष 2015 में इनकी संख्या मात्र 11 पर थी। लेकिन दस साल में यह बढ़कर 46 हो गई है। शिक्षा मंत्रालय इसे 10 साल में हुई 318 फीसदी की वृद्धि करार देता है। भारतीय संस्थानों में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी-बी) बॉम्बे शीर्ष पर है और उसने लगातार अपनी रैंकिंग में सराहनीय रूप से सुधार किया है। क्यूएस की पिछली रैंकिंग में इसे 149 स्थान मिला था। जबकि ताजा रैंकिंग में यह 118 वें स्थान पर जा पहुंचा। वीरेंद्र/ईएमएस/27दिसंबर24