-- शब्द कीर्तन का श्रवण करते जिलाध्यक्ष शरद माहेश्वरी व अन्य हाथरस (ईएमएस)। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आव्हान पर आज भाजपा जिलाध्यक्ष शरद माहेश्वरी की अध्यक्षता में वील बाल दिवस पर गुरु गोविन्द सिंह जी के साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह एवं बाबा फ़तेह सिंह के महान बलिदान पर नमन कर श्रद्धाजलि अर्पित की। उसके तदुपरान्त भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ सामूहिक रूप से अलीगढ रोड स्थित गुरुद्वारा में जाकर माथा टेका एवं शब्द कीर्तन का श्रवण किया। इस मौके पर गुरुद्वारा के संत ज्ञानी हरपाल सिंह ने गुरु गोविन्द सिंह जी के साहिबजादों की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए बताया कि गुरु गोविन्द सिंह के छोटे साहिबजादों की अद्रतिया शहादत की याद में वील बाल दिवस मनाया जाता है । गुरु गोविन्द सिंह जी के चार साहिबजादों में से दो बड़े साहिबजादों चमकौर की जंग में शहीद हो गए और दो छोटे साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह और बाबा फ़तेह सिंह जिनकी उम्र मात्र 7 एवं 9 वर्ष थी वर्ष 1704 में दिसम्बर महीने में जालिम मुग़ल शासको ने जिन्दा दीवार में चिनवा दिया था। साहिबजादों ने अपने प्राणों की परवाह न करते हुए धर्म की रक्षा और आजादी के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। परन्तु जबरन थोपा गया इस्लाम धर्म कबूल नहीं किया। यह वही साहिबजादे है जिनके दादा जी गुरु तेग बहादुर ने दिल्ली के चांदनी चौक में हिन्दू धर्म की रक्षा के लिए शहीदी दी थी। इनके पिता गुरु गोविन्द सिंह ने औरंगजेब द्वारा किये जा रहे जबरन धर्म परिवर्तन को रोकने के लिए लड़ाई लड़ी और भारत के लोगो के अन्याय के खिलाफ लड़ने के लिए वीर रस भरा और समाज के जात – पात को ख़त्म करने के लिए खालसा पंथ की स्थापना की ।जिलाध्यक्ष भाजपा शरद माहेश्वरी ने कहा कि माता गुजरी, गोविन्द सिंह जी और चार साहिबजादों की बहादुरी और आदर्शो ने लाखों युवाओं को ताकत दी।उन्होंने कभी अन्याय के आगे कभी सर नहीं झुकाया।कार्यक्रम में कार्यक्रम संयोजक जिला मंत्री हरीश सेंगर, भूपेंद्र कौशिक, सोनिया नारंग, राजकुमार जैन, देवेश गौतम, डमवेश चक, कपिल खुराना, संजय अरोरा आदि भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे। ईएमएस/धर्मेन्द्र राघव/ 26 दिसंबर 2024