सदर विधायक के पुत्र की शिकायत पर विवादित बयान देने वाले पूर्व विधायक के खिलाफ मामला दर्ज अंबेडकर पार्क में 24 दिसंबर को आयोजित हल्ला बोल रैली के दौरान कही ये बात ललितपुर (ईएमएस)। बसपा से जनपद के पूर्व विधायक फेरनलाल अहिरवार के विगड़े बोल अब सोशल मीडिया पर बायरल हो रहे है, जिससे कई राजनीतिक धार्मिक और स्वयंसेवी संगठनों में आक्रोश देखा जा रहा है। इस मामले को लेकर सदर विधायक के पुत्र की शिकायत पर विवादित बयान देने वाले पूर्व विधायक के खिलाफ सदर कोतवाली में मामला भी पंजीकृत किया गया है। बताते चले कि कुछ दिनों पूर्व संसद सत्र के दौरान संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर पर देश के गृहमंत्री अमित शाह द्वारा दिए गए बयान का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले को लेकर विपक्षी राजनीतिक गलियारों में हलचल उत्पन्न हो गई और कई संस्थानों और राजनीतिक दलों ने धरना प्रदर्शन कर रैली निकाल कर नारेबाजी की और अमित शाह के इस्तीफा तक की पेशकश कर कार्यवाही की मांग उठाई और संसद से निष्कासित करने की भी मांग उठाई। इसी दौरान जनपद के डॉ भीमराव अंबेडकर पार्क में कुछ दिनों पूर्व अमित शाह के बयान पर आक्रोशित बसपाइयों द्वारा निकल जाने वाली रैली को लेकर एक बैठक हुई और इस बैठक में पूर्व विधायक ने गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ एक बड़ा बयान दिया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और जिसने अब गलियारों में हलचल पैदा कर दी है। इसी बयान को कुछ राजनीतिक संगठनों ने दुर्भाग्यपूर्ण बयान देकर फेरन लाल के खिलाफ कडी कानूनी कार्यवाही करने की मांग भी उठाई थी। दो दिन पूर्व सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें जनपद की महरौनी विधानसभा क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी के शासन काल में विधायक रहे फेरन लाल अहिरवार द्वारा देश के गृहमंत्री अमित शाह पर विवादास्पद बयान देते हुए नजर आ रहे हैं। वायरल वीडियो गत 24 दिसंबर का बताया जा रहा है, जो उस समय रिकॉर्ड किया गया था, जब अमित शाह द्वारा डॉक्टर अंबेडकर पर संसद में दिए गए विवादित बयान को लेकर विपक्षी दलों में आक्रोश पनप रहा था और उनके खिलाफ प्रदर्शन शुरू हो चुके थे। बताया गया कि गत 24 दिसंबर को शहर के अंबेडकर पार्क में बहुजन समाज पार्टी के पदाधिकारी कार्यकर्ताओं द्वारा अमित शाह के खिलाफ एक रैली का आयोजन किया गया था, जिसमें बसपा के पूर्व विधायक फेरन लाल अहिरवार ने जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह पर एक विवादित बयान दिया था, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जैसे ही इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, वैसे ही धार्मिक संगठनों के साथ-साथ भाजपा समर्थित संगठनों में और समाजसेवियों में आक्रोश देखा गया। इसके बाद इस मामले में सदर विधायक रामरतन कुशवाहा के पुत्र श्रीकांत कुशवाहा ने सदर कोतवाली पुलिस को उक्त मामले में शिकायती पत्र भी दिया, जिसमें आरोप लगाया गया है कि विपक्षी फेरन लाल कुशवाहा द्वारा हिंदू देवी देवताओं के विरुद्ध अपशब्दों का प्रयोग किया गया, जिससे हिंदू समाज व संगठनों में रोष व्याप्त है। इसके साथ ही तमाम हिंदू संगठनों के साथ-साथ समाजसेवियों में भी आक्रोश देखा गया और गुरुवार को इस बयान के खिलाफ कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन भी किए गए। सदर कोतवाली पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेकर दिए गए शिकायती पत्र के आधार पर विवादित बयान देने वाले पूर्व विधायक फेरन लाल के खिलाफ 299 302 धाराओं में मामला पंजीकृत भी किया गया। उक्त मामले में गुरुवार को कलेक्ट्रेट परिसर में बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग सेना के साथ-साथ, गीता मिश्रा, पार्षद मनमोहन चौबे, राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के जिलाध्यक्ष अजय तोमर ने विवादित बयान देने वाले विधायक के खिलाफ जमकर आक्रोश व्यक्त किया और मुख्यमंत्री को संबोधित कर जिलाधिकारी को ज्ञापन भी दिया। इस मामले में सामाजिक संगठन और धार्मिक संगठन पदाधिकारियों ने इस बयान की निंदा भी है। इस मामले में अजय सिंह तोमर का कहना है कि भारतीय सनातन इतिहास में यह सबसे ज्यादा शर्मनाक निंदनीय बयान है, जो पूर्व विधायक द्वारा दिया गया है। एक पूर्व विधायक द्वारा संविधान और ऐसी स्थिति में जब उनके द्वारा भगवान के संबंध में ऐसी टिप्पणी की गई है, तो हम योगी आदित्यनाथ और विधानसभा अध्यक्ष से भी यह अनुरोध करना चाहेंगे, यह व्यक्ति जो भारतीय धर्म का सम्मान नहीं कर सकता भारतीय भगवान् सम्मान नहीं कर सकता, तो इसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। इसके साथ ही इसको दी जाने वाली सभी सुविधा भी रद्द की जानी चाहिए। इस व्यक्ति के बयानों से कभी भी सांप्रदायिक सदभाव बिगड़ सकता है। इसलिए इस पर तत्काल कार्रवाई होना चाहिए। ईएमएस/ जयेश बादल / 26 दिसम्बर 2024