रायपुर(ईएमएस)। राजधानी के रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था में गंभीर लापरवाही देखने को मिल रही है। हर दिन करीब 50 हजार यात्री रेलवे स्टेशन पर आते-जाते हैं, लेकिन सुरक्षा जांच के लिए लगाए गए स्कैनर मशीनों का उपयोग नहीं हो रहा है। स्टेशन पर तैनात सुरक्षाकर्मी भी अपनी ड्यूटी से गायब पाए गए। स्टेशन के सामने तीन प्रवेश द्वार और गुढ़ियारी की तरफ एक अन्य प्रवेश द्वार है। सुबह के समय इन द्वारों पर यात्रियों की भारी भीड़ होती है। रायपुर रेलवे स्टेशन आसपास के जिलों के लिए प्रमुख केंद्र है, जहां से कई यात्री यात्रा शुरू करते हैं, वहीं बाहर से आने वाली ट्रेनों की संख्या भी काफी अधिक है। स्टेशन पर यह लापरवाही तब देखी गई, जब अमृत स्टेशन योजना के तहत रायपुर रेलवे स्टेशन के री-डेवलपमेंट का निरीक्षण चल रहा था। सुबह 10 बजे से रेलवे अधिकारियों और पुलिस बल ने स्टेशन का निरीक्षण शुरू किया, लेकिन इस दौरान स्कैनर मशीनों के पास न तो सुरक्षाकर्मी मौजूद थे और न ही मशीनें सक्रिय थीं। अमृत स्टेशन योजना के तहत रायपुर रेलवे स्टेशन का तेजी से पुनर्विकास किया जा रहा है। इस योजना के तहत स्टेशन को आधुनिक सुविधाओं और यात्री अनुकूल माहौल में बदलने का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि, सुरक्षा व्यवस्था में इस प्रकार की लापरवाही यात्रियों के लिए चिंता का विषय है। यात्रियों की सुरक्षा को लेकर रेलवे की इस तरह की उदासीनता कई सवाल खड़े करती है। खासतौर पर ऐसे समय में जब देश भर के रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा को लेकर अलर्ट जारी किए जाते हैं, रायपुर स्टेशन पर इस तरह की लापरवाही गंभीर चिंता का कारण है। सत्यप्रकाश(ईएमएस) 26 दिसंबर 2024