नईदिल्ली (ईएमएस)। आज हम आपको मशहूर एक्ट्रेस पीवी सिंधू द्वारा कही कुछ ऐसी बातों के बारे में बताएंगे जिनकी मदद से बच्चों को मोटिवेशन मिलती है और वे आगे बढ़ने एवं मेहनत करने के लिए प्रेरित होंगे। आप भी अपने बच्चों को पीवी सिंधू की ये बातें बता सकते हैं। पीवी सिंधू का कहना है कि उन्होंने अपनी सफलताओं से ज्यादा अपनी फेलियर से सीखा है। पीवी का मानना है कि आप अपनी सक्सेस से ज्यादा अपनी फेलियर से सीखते हैं। इससे आपको पता चलता है कि आपसे कहां कमी रह गई है और आपको कहां पर काम करने की जरूरत है। फेलियर से अच्छा टीचर और कोई नहीं होता है। सिंधु कहती हैं कि युवा और महत्वाकांक्षी एथलीटों के लिए अपने सपनों को पूरा करने के लिए उनके मां-बाप का सपोर्ट मिलना बहुत जरूरी है। पेरेंट्स को चाहिए कि वो अपने बच्चों को इमोशनल सपोर्ट करें। इससे बच्चों को अपने सपनों को पूरा करने में मदद मिलती है। सिंधू के इस कथन से पता चलता है कि बच्चों को किसी भी फील्ड में सफल बनाने के लिए उनके पेरेंट्स का सपोर्ट होना बहुत जरूरी होता है। पीवी सिंधू का कहला है कि किसी भी खेल में सफलता आसानी से या जल्दी नहीं मिलती है। आपको हारने के लिए भी तैयार रहना चाहिए और हार मिलने पर आत्मविश्वास खोने के बजाय उससे कुछ सीखने की कोशिश करनी चाहिए। एथलीट के कहने का मतलब है कि हार हमारी जर्नी का एक हिस्सा है और इससे हमें टूटने के बजाय इससे कुछ सीखने की कोशिश करनी चाहिए। ओलंपिक में हिस्सा लेने को लेकर सिंधू ने अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि वो सकारात्मक रहती हैं और धैर्य को बनाए रखती हैं। ये दो चीजें उन्हें अपने सफर में सफल होने में मदद करती हैं। अब उनके अंदर पहले से ज्यादा धैर्य आ गया है। इससे पता चलता है कि बच्चों को अपने मुकाम को हासिल करने के लिए सकारातमक रहना चाहिए और धैर्य रखना चाहिए। सुदामा नरवरे/ 26 दिसंबर 2024