मर्ज कुछ भी हो, पकड़ में तो जरूर आएगा और ईलाज भी होगा.... नागौर. मर्ज कुछ भी हो, पकड़ में तो जरूर आएगा और उसको ठीक करने के लिए दवा भी मिलेगी, क्योंकि डॉक्टर साहब आपके गांव में है, और डॉक्टर साहब एक नहीं बल्कि कई विधाओं के, जो एक ही छत के नीचे आपके स्वास्थ्य की जांच करने के लिए तत्पर हैं। आपके अपने गांव के सरकारी चिकित्सा संस्थान के प्रांगण में एक निर्धारित तारीख को राज्य सरकार के जन स्वास्थ्य कल्याणकारी अभियान को लेकर डॉक्टरों की टीम मौजूद रहेगी, आपको बस यहां आकर स्वास्थ्य जांच करवा एवं आवश्यक उपचार लेकर आयुष्मान नागौर की संकल्पना को साकार करने में अपनी भूमिका निभानी है. राज्य सरकार की ओर से इसी संकल्पना को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविर आयोजित किए जा रहे हैं, जिनका आगाज गत 15 दिसंबर को किया गया था। प्रथम चरण में निर्धारित कार्ययोजना के अनुसार जिले में राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविर लगाए जा रहे हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जुगल किशोर सैनी ने बताया कि आगामी दो दिनों में जिले के दस राजकीय चिकित्सा संस्थानों में मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविरों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिले में मंगलवार, 24 दिसम्बर को नागौर ब्लॉक के कुम्हारी, खींवसर ब्लॉक के गुढ़ा भगवानदास, मूण्डवा ब्लॉक के कड़लू, जायल ब्लॉक के जालनियासर तथा मेड़ता ब्लॉक के धनापा गांव स्थित सरकारी चिकित्सा संस्थान में मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविर आयोजित किया जाएगा। इसी प्रकार 25 दिसम्बर को जिले के रियांबड़ी ब्लॉक के जसनगर, डेगाना ब्लॉक के खुड़ीकलां, भैरूंदा ब्लॉक के डोडियाना, खींवसर के तांतवास तथा नागौर ब्लॉक के रोहिणी गांव स्थित राजकीय चिकित्सा संस्थान में मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविर आयोजित किया जाएगा। इन शिविरों में दो चिकित्सकों के अलावा एक दंत रोग चिकित्सक, एक दंत तकनीशियन, नेत्र सहायक और आयुष चिकित्सक, नर्सिंगकर्मी, लैब टैक्नीशियन, लैब सहायक, एलएचवी, एसटीएस, एसटीएलएस, फार्मासिस्ट, एएनएम तथा सीएचओ तथा आशा सहयोगिनी की सेवाएं ग्रामीणों को दी जा रही है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सैनी ने बताया कि आरोग्य परम धनमं की भावना के साथ आयोजित किए जा रहे इन शिविरों में गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच, संचारी, गैर संचारी रोगों व अन्य रोगों की जांच और उपचार किया जा रहा है। इसके अलावा इन शिविरों में 30 वर्ष से अधिक आयु के शिविर में आने वाले सभी लोगों की ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर और तीन कॉमन कैंसर जांच, मोतियाबिंद के मरीजों की पहचान, टीबी मरीजों की स्पूटम फोर एएफबी जांच, जरूरत होने पर एक्स-रे कराना, निक्षय पोषण योजना में वंचित व्यक्तियों का बैंक अकाउंट प्राप्त कर पोर्टल पर अपडेट करना, परिवार कल्याण के साधनों का वितरण, कुपोषित बच्चों की पहचान और उपचार, कुष्ठ रोगियों की जांच और उपचार, नियमित टीकाकरण सहित अन्य बीमारियों की जांच और उपचार किया जाएगा।