*भोपाल तिराहा डूब क्षेत्र में बड़े पैमाने पर डंपरों से रसूखदार करवा रहे मिट्टी भराव कार्य! नर्मदापुरम (ईएमएस)। जिला मुख्यालय नर्मदापुरम में बड़े पैमाने पर निर्माणाधीन कालोनियों सहित महत्वपूर्ण स्थानों पर सैकड़ों डंपर मिट्टी से भराव कार्य किया जा रहा है। सड़कों पर ओवरलोड दौड़ते मिट्टी के डंपर जहां शासन को चूना लगा रहे हैं?वहीं ओवरलोड डंपर से सड़के भी खराब हो रही हैं। आश्चर्य का विषय है कि मीडिया द्वारा मामला संज्ञान में लाए जाने के बाद रसूखदारों के सानिध्य में चल रहे मिट्टी भराव कार्यों को लेकर जांच सहित कार्यवाही की बात भी कही जा रही है? परंतु कार्य निरंतर जारी है। आखिर क्षेत्र की जवाबदारी संभालने वाले राजस्व निरीक्षक, पटवारी प्रशासन को इन विषयों की जानकारी क्यों नहीं देते हैं? पर भी सवाल है।नगर में इतने बड़े पैमाने पर डंपरों से मिट्टी कहां से और किस स्वीकृत मिट्टी खदान से आ रही है और शासन को कितनी रॉयल्टी मिल रही हैं? सबसे बड़ा सवाल यह है कि डूब क्षेत्र में मिट्टी का भराव कार्य कैसे और किस अधिकारी के आदेश पर किया जा रहा है? ऐसे में बारिश के दिनों में निचली बस्तियों में जल भराव के हालात निर्मित होंगे तब जवाबदार कौन होगा? उन परिस्थितियों में शासन को मुआवजा भी देना होता है।क्योंकि इस वर्ष जुलाई अगस्त माह में शहर में चंद घंटों की बारिश में ही जल भराव के हालात निर्मित हो गए थे। अवगत हो कि इन दिनों भोपाल तिराहे के पास नमन नर्मदा गार्डन के बाजू से बड़े पैमाने पर मिट्टी भराव कार्य डंपरों से किया जा रहा है। यदि प्रशासन ने परमिशन दी है तो कैसे डूब क्षेत्र में किस नियम के तहत मिट्टी भराव की परमिशन दी गई है? पर बड़े सवाल है। शहरी तहसीलदार देवशंकर धुर्वे का कहना है कि उनके द्वारा शहरी क्षेत्र में कहीं पर भी मिट्टी भराव की कोई परमिशन नहीं दी गई है। इस संबंध में खनिज विभाग के साथ मिलकर कार्यवाही करेंगे। एसडीएम नीता कोरी ने बताया कि कल ही उन्हें मिट्टी भराव की जानकारी लगी है। हम इस मामले की जांच कराएंगे, जांच के उपरांत ही वैधानिक कार्रवाई होगी। सिटी मजिस्ट्रेट बृजेंद्र रावत ने कहा कि यह उनके क्षेत्र का विषय नहीं है। बड़ा सवाल यह भी है कि जब वर्ष 2017 में नगर तथा ग्राम निवेश द्वारा भोपाल तिराहा पर प्रस्तावित अंतर राज्ययीय बस स्टैंड निर्माण की परमिशन होशंगाबाद विकास योजना 2021 में भूमि उपयोग डूब क्षेत्र होने का कारण बताकर आपत्ति दर्ज कराई थी तो फिर कैसे अब यहां पर डूब क्षेत्र की भूमि पर परमिशन दी गई है? पर भी सवाल है। इसी प्रकार रसूलिया में फौजदार पेट्रोल पंप के सामने मंदिर के बाजू से आगे जाकर भी खेत की जमीन पर कॉलोनी काटी जा रही है जहां पर बड़े पैमाने पर मिट्टी की फीलिंग की जा चुकी है और वहां प्लाटों की मार्किंग कर प्लॉट विक्रय किए जा रहे है। उक्त जगह भी भोपाल तिराहा क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। जहां बारिश के दिनों में जल भराव और बैक वॉटर से बाढ़ के हालात निर्मित होते देखे गए हैं। प्रशासन को शासन हित और जनहित में इन क्षेत्रों में चल रहे मिट्टी भराव कार्यों की जांच कर संज्ञान लिया जाना चाहिए। ईएमएस / 23/12/2024