- बच्चों की हत्या युद्ध नहीं, क्रूरता : पोप फ्रांसिस गाजा (ईएमएस)। इजरायली सेना ने गाजा के उत्तरी क्षेत्र में बरेली फंक्शनिंग कमाल अदवान अस्पताल और अल-अवदा अस्पताल पर हमला किया है, जिससे वहां पहले से ही मौजूद मानवीय संकट और बढ़ गया है। इसके साथ ही, उत्तरी हिस्से में एक स्कूल पर भी हमला किया गया है। जिसमें कम से कम 8 फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई। ये हमले ऐसे समय पर हो रहे हैं जब संयुक्त राष्ट्र ने गाजा में मानवीय स्थिति को दम घोंटने वाला बताया है। संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि गाजा में जारी घेराबंदी मानवीय राहत प्रयासों को बाधित कर रही है। अस्पतालों और स्कूलों जैसे नागरिक स्थलों पर हो रहे हमलों ने हालात को और बिगाड़ दिया है। कमाल अदवान अस्पताल में पहले से ही भारी दबाव था, लेकिन इजरायली सेना के आदेश पर वहां मौजूद लोगों को परिसर खाली करने को कहा गया। अमेरिका का यमन पर हमला इस बीच, यमन की राजधानी सना पर अमेरिकी सेना ने छापा मारा। यह कार्रवाई उस घटना के कुछ घंटों बाद की गई जब एक हूथी मिसाइल तेल अवीव-याफा इलाके में गिर। जिसमे 14 लोग मामूली रूप से घायल हो गए है। -पोप का तीखा बयान पोप फ्रांसिस ने गाजा में बच्चों की हत्या को युद्ध नहीं, क्रूरता करार दिया। अपने क्रिसमस संबोधन में उन्होंने कहा कि निर्दोष बच्चों की जान लेना अमानवीय है। इस बयान पर इजरायल के विदेश मंत्रालय ने कड़ी नाराजगी जताई है। गाजा में 7 अक्टूबर 2023 से शुरू हुए इजरायल के हमलों में अब तक कम से कम 45,227 फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जबकि 1,07,573 लोग घायल हुए हैं। दूसरी ओर, हमास के हमले में इजरायल में कम से कम 1,139 लोग मारे गए और 200 से अधिक को बंदी बना लिया गया। इजरायल और गाजा के बीच बढ़ते तनाव और नागरिक स्थलों पर हो रहे हमलों ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को गंभीर चिंता में डाल दिया है। संयुक्त राष्ट्र और कई मानवाधिकार संगठनों ने तुरंत संघर्षविराम की अपील की है।