::आधी रात के बाद धरना स्थल पहुंचे कलेक्टर अल सुबह पांच बजे हुआ धरना खत्म:: इन्दौर (ईएमएस) नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन (NEYU) के बैनर तले विगत चार दिनों से एमपीपीएससी भर्ती प्रक्रिया में सुधार सहित अन्य मांगों को लेकर अपने महा आंदोलन के तहत लोक सेवा आयोग कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे अभ्यर्थियों ने अपना धरना आंदोलन समाप्त कर दिया है। धरना आंदोलन स्थल पर पहुंचे कलेक्टर इन्दौर आशीष सिंह ने इन अभ्यर्थियों का धरना खत्म करवाया। हालांकि इसके पहले आधी रात के बाद अचानक से धरना स्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती से आंदोलनरत अभ्यर्थी हैरानी के साथ आक्रोशित भी हो गए थे। बताया जा रहा है कि चार दिनों से मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) मुख्यालय के सामने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों की मांगों को मान लिया गया है। आयोग की सहमति के बाद, कलेक्टर आशीष सिंह सहित प्रशासन के अधिकारी आधी रात के बाद करीब रात ढाई बजे धरना स्थल पर प्रदर्शनकारी छात्रों के बीच पहुंचे थे। उन्होंने ढाई घंटे तक उनके साथ चर्चा की और सुबह 5 बजे आंदोलन को समाप्त करवाया। इसके बाद छात्रों का एक प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मुलाकात के लिए भोपाल रवाना हो गया है। एमपीपीएससी प्रवेश और भर्ती परीक्षा तथा प्रकिया में सुधार हेतु करीब चार दिन चले अभ्यर्थियों के इस प्रदर्शन में प्रदेशभर के करीब 2 हजार से अधिक अभ्यर्थी छात्र शामिल हुए थे। और इनमें से दो अभ्यर्थी अरविंद सिंह भदौरिया और राधे जाट आमरण अनशन पर बैठे हुए थे। शनिवार देर रात आमरण अनशन पर बैठे अरविंद सिंह भदौरिया की हालत अचानक बिगड़ गई। जिसके चलते वे बेहोश हो गए थे। मौके पर पहुंची प्रशासन की चिकित्सा टीम ने उन्हें वहीं ड्रीप चढ़ाई । उसके बाद देर रात कलेक्टर आशीष सिंह और प्रशासन के अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने अभ्यर्थियों को आश्वासन देकर प्रदर्शन समाप्त करने के लिए राजी किया। हालांकि इस दौरान धरना स्थल पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया था, जिसे देखकर अभ्यर्थी हैरानी के साथ होकर आक्रोशित भी हो रहे थे। लेकिन कुछ समय बाद कलेक्टर आशीष सिंह ने उनके पास पहुंच उन्हें भरोसा दिलाया कि उनकी मांगों पर आयोग ने सहमति जताई है। हालांकि, कुछ मांगे फिलहाल कोर्ट में विचाराधीन हैं, जिन पर आयोग बैठक करेगा। बाकी मांगों पर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा इसके बाद अभ्यर्थी छात्रों ने प्रदर्शन समाप्त करने के साथ प्रदर्शन स्थल को खाली कर दिया और उनका एक प्रतिनिधिमंडल भोपाल मुख्यमंत्री से चर्चा हेतु रवाना भी हो गया। आनन्द पुरोहित / 22 दिसम्बर 2024