-इस साल महंगी शादियों पर करीब 7500 करोड़ रुपए का कैश ट्रांजेक्शन हुआ नई दिल्ली,(ईएमएस)। भारत में शादियों का ट्रेंड बदल रहा है लोग शादी पर लाखों रुपए खर्च कर रहे हैं। पिछले कुछ सालों में कई हाई-प्रोफाइल और महंगी शादियां हुई हैं। इन शादियों में शाही इंतजाम पर पानी की तरह पैसा बहाया जाता है, लेकिन अब ये महंगी शादियां आयकर विभाग की रडार पर हैं। ऐसे में अब इनकम टैक्स विभाग शादी के खर्चों को लेकर कपल और लोगों से जवाब-तलब कर सकता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक आयकर विभाग करीब 7500 करोड़ रुपए की संदिग्ध टैक्स चोरी के मामले में जयपुर में करीब 20 वेडिंग प्लानरों की जांच कर रहा है। यह जांच कैश ट्रांजेक्शन और खच्चर खातों व नकली बिलों के इस्तेमाल पर फोकस कर रही है। इस जांच का दायरा विदेशों में डेस्टिनेशन वेडिंग और संबंधित विदेशी मुद्रा नियमों तक हो सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस साल ऐसी कई महंगी शादियां हुई हैं, जिनमें करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। महंगे होटल से लेकर करके बालीवुड सितारों को बुलाने पर करोड़ों रुपए खर्च किए गए। ऐसा अनुमान है कि एक साल में इन शादियों पर करीब 7500 करोड़ रुपए के कैश ट्रांजेक्शन हुए हैं। हैरानी की बात यह है कि कम खर्च दिखाने के लिए इन शादियों में नकली बिलों का इस्तेमाल किया गया। इतना ही नहीं बल्कि हैदराबाद और बेंगलुरु से हवाला ऑपरेटर्स और म्यूल अकाउंट्स के जरिये इन शादियों में पैसा खर्च किया गया है। ऐसी शादियों के खिलाफ इनकम टैक्स का तलाशी अभियान जारी है। सूत्रों ने बताया कि कि इसका दायरा जल्द ही विदेशी गंतव्य शादियों में मनी ट्रेल की जांच तक बढ़ाया जाएगा, जहां मेहमानों और सितारों को विदेशी स्थानों पर ले जाने के लिए चार्टर्ड प्लेन बुक किए जाते हैं। आयकर विभाग अब यह पता लगाने का प्रयास कर रहा है कि शादियों में कितना खर्च हुआ है, इसके लिए कैश ट्रांजेक्शन कितने हुए। इसकी जांच के लिए आयकर विभाग मेहमानों की लिस्ट, खाने-पीने और अन्य खर्चों की जांच भी करेगा। साथ ही मेहमानों और कैटरिंग फर्म्स से भी आयकर विभाग पूछताछ कर सकता है। सिराज/ईएमएस 22 दिसंबर 2024