गाबा (ईएमएस)। ऑस्ट्रेलिया के युवा बल्लेबाज नाथन मैकस्वीनी बॉर्डर गावस्कर सीरीज के अंतिम दो मैचों के लिए टीम में जगह हासिल नहीं कर पाने से बेहद निराश हैं। मैकस्वीनी ने कहा है कि वह बेहद दुखी है पर अपना हौंसला बनाये रखते हुए दोबारा मेहनत कर टीम में जगह बनाएंगे। मैकस्वीनी सीरीज में मिले तीन टेस्ट मैचों में अवसरों का लाभ नहीं उठा पाने के कारण क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने अंतिम दो मैचों के लिए जगह नहीं देते हुए युवा सैम कोंटास को अवसर दिया है। मैकस्वीनी ने माना है कि टीम से बाहर होने से वह टूट चुके हैं। मैकस्वीनी ने कहा कि, हां मैं टूट गया हूं। ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलने का मेरा सपना सच हुआ पर उस तरह से नहीं, जैसे मैं चाहता था। खेल में ऐसा होता है। मैं कड़ी मेहनत करके अगले अवसरों के लिए अपने को तैयार करूंगा। मैकस्वीनी ने पर्थ में भारतीय टीम के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया पर पिछली 6 पारियों में वह एक बार फिर 39 रनों से ज्यादा नहीं बना पाये। उन्हें सीरीज में चार बार भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने आउट किया। ऐसे में देखा जाये तो उनके टीम से बाहर जाने में बुमराह का सबसे बड़ा हाथ रहा है। मैकस्वीनी ने कहा कि, क्रिकेट में ऐसा ही है। अवसर मिलने पर अच्छा नहीं खेलने से जगह हाथ से निकल जाती है। गिरजा/ईएमएस 22 दिसंबर 2024