नई दिल्ली,(ईएमएस)। भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का प्रमुख बनाए जाने जैसी तमाम खबरों पर विराम लगाते हुए कहा कि इस संबंध में अभी कोई बातचीत नहीं हुई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस तरह की बातें कोरी अफवाह हैं और उनसे इस संबंध में किसी से कोई बातचीत नहीं हुई है। पूर्व चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने एक बातचीत के दौरान कहा, कि यह तो सिर्फ अफवाहें ही हैं। मुझसे इस बारे में किसी ने संपर्क ही नहीं किया है। फिलहाल मैं एक आम नागरिक के तौर पर अपनी सेवानिवृत्ति का आनंद उठा रहा हूं। कैसे फैली अफवाह दरअसल राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष का पद 1 जून 2024 से रिक्त पड़ा हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय समिति ने हाल ही में नए प्रमुख के चयन पर विचार करने के लिए बैठक की थी। इस कमेटी में गृह मंत्री अमित शाह, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी शामिल हुए थे। इस बैठक के बाद से कयास लगाए जा रहे थे कि किसे मानवाधिकार आयोग का अध्यक्ष बनाया जा सकता है, ऐसे में पूर्व चीफ जस्टिस चंदचूड़ का नाम भी सामने आया, जिसका अब उन्होंने खंडन भी कर दिया है। चंदचूड़ का नाम इसलिए भी चलाया गया क्योंकि इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस अरुण कुमार मिश्रा एनएचआरसी के अध्यक्ष थे। उनके कार्यकाल के समाप्त होने के बाद से ही यह पद खाली पड़ा है। बहरहाल चंद्रचूड़ के खंडन किए जाने से यह स्पष्ट हो गया है कि मानवाधिकार आयोग प्रमुख के चयन को लेकर अभी स्पष्टता नहीं है। हिदायत/ईएमएस 21दिसंबर24