क्षेत्रीय
14-Dec-2024


(सीताराम नाटानी) गुना-(ईएमएस)l सर्दी का प्रकोप जिले में चरम पर है। शनिवार रात जिले में तापमान 5.2 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया, जो इस दिसंबर की सबसे ठंडी रात साबित हुई। ठंडी हवाओं और साफ आसमान के चलते यह गिरावट दर्ज की गई। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, न्यूनतम तापमान में इस तरह की गिरावट मौसम के आगामी दिनों में और सर्द होने के संकेत दे रही है। इसके पूर्व शुक्रवार को पूरे दिन धूप होने के बावजूद सर्दी का असर कम नहीं हुआ। शाम ढलते ही ठंडी हवाओं ने पूरे जिले को अपनी चपेट में ले लिया। ग्रामीण और शहरी इलाकों में लोग अलाव के सहारे ठंड से बचने की कोशिश करते नजर आए। मौसम विभाग के अनुसार, रात में नमी का स्तर 86% रिकॉर्ड किया गया। हालांकि, बारिश की कोई संभावना नहीं है, लेकिन उत्तर से आ रही ठंडी हवाओं के कारण तापमान में गिरावट बनी रहेगी। सर्दी से जनजीवन प्रभावित सर्दी के बढ़ते प्रकोप ने जनजीवन पर गहरा असर डाला है। सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने से वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। खेतों में काम कर रहे किसान और अन्य श्रमिक ठंड के कारण अपने काम में देरी कर रहे हैं। शहर के बाजारों में भी सुबह और शाम के समय सन्नाटा देखने को मिला। स्कूलों में भी बच्चों की उपस्थिति कम रही। हालांकि प्रशासन ने छोटे बच्चों को ठंड से बचाने के लिए स्कूल समय में बदलाव बदलाव किया है। वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने ठंड के कारण होने वाली बीमारियों जैसे सर्दी, खांसी और बुखार से बचाव के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी है। आगामी दिनों में और ठंड बढ़ने के आसार मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में तापमान और गिर सकता है। रात के समय उत्तर भारत की ठंडी हवाएं मध्य प्रदेश में प्रवेश कर रही हैं, जिससे ठंड बढ़ने की संभावना है। नागरिकों को गर्म कपड़े पहनने और ठंड से बचने के अन्य उपाय करने की सलाह दी गई है। सर्दी के इस प्रकोप ने न केवल जनजीवन को प्रभावित किया है, बल्कि यह क्षेत्र में रबी फसलों के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि सर्दी का यह मौसम गेहूं और चने की फसल के लिए अच्छा है, लेकिन अत्यधिक ठंड फसलों को नुकसान भी पहुंचा सकती है। ठंड से निपटने के उपायों की अपील प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे अनावश्यक बाहर निकलने से बचें, गर्म कपड़े पहनें और अलाव की व्यवस्था करें। साथ ही, पशुपालकों को भी अपने पशुओं को ठंड से बचाने के लिए इंतजाम करने की सलाह दी गई है।