कांग्रेस का आरोप, कागजों में सिमटा जल जीवन मिशन जबलपुर, (ईएमएस)। प्रदेश में जल जीवन मिशन पूरी तरह से फेल हो गया है| भारी भष्ट्राचार और कागजों में खानापूर्ति होने के कारण ग्रामीणों को हर घर नल से जल का लाभ नहीं मिल पा रहा है| यह आरोप मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के पूर्व प्रवक्ता और समन्वय अलीम मंसूरी ने एक संयुक्त बयान में लगाते हुए कहा है कि प्रदेश में जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल से जल पहुंचाने की करोड़ों रुपए केंद्र और राज्य सरकारों की योजना तो जनहित में बनी किंतु सही क्रियान्वयन न होने के कारण केंद्र ने प्रदेश के 1271 गांव में सर्वे कराया तो इनमें 217 गांव ऐसे मिले जिनमें नल तो लगे लेकिन पानी की सप्लाई नहीं हो रही। कई गांव में तो पाइप लाइन ही नहीं बिछाई गई लेकिन मिशन के पोर्टल पर काम पूरा बताया गया इसी प्रकार एक और सर्वे रिपोर्ट 65 गांव की हकीकत देखी तो केवल 47 गांव में पाइप लाइन डाली गई सड़क खोद कर छोड़ दी गई लेकिन पानी नहीं पहुंचा। श्री कोष्टा ने आगे कहा कि गांव में तो छोड़ो जल जीवन मिशन में के तहत जबलपुर शहर के कई वार्ड ऐसे हैं जहां सरकार ने शहरी क्षेत्र के अंतर्गत बोरिंग पर प्रतिबंध लगा दिया और नगर निगम सीमा के अंदर कई ऐसी विकसित कॉलोनी है जहां पर 300 से 400 फुट पर बोरिंग करने पर भी पानी नहीं आ रहा लोगों ने नगर निगम और पार्षदों को कई बार मांग पत्र दिया लेकिन नर्मदा किनारे रहकर भी नर्मदा जल यहां के निवासियों को नसीब नहीं हो रहा| उन्होंने बताया कि वार्ड क्रमांक 72 के तहत दादा नगर, धनश्री रेजिडेंसी के क्षेत्र निवासियों ने नगर निगम से पाइपलाइन बिछाने और हर घर में नल जल कनेक्शन हेतु राजेश यादव, संदीप ठाकुर, संदीप काछी आदि ने पाईप लाईन बिछाने की मांग कई बार नगर निगम से की और मांग पत्र भी सौंपे, इसके बाद भी नतीजा सिफर रहा| सुनील साहू / मोनिका / 13 दिसम्बर 2024/ 04.51