बुचारेस्ट,(ईएमएस)। यूरोप में भगवा लहर पर कोर्ट की नजर लग गई है। रोमानिया में राष्ट्रपति चुनाव के पहले दौर के नतीजों को रद्द कर दिया गया है। पहले राउंड के राष्ट्रपति चुनाव में धुर दक्षिणपंथी उम्मीदवार को जीत मिली थी। अब उसके रिजल्ट को रोमानिया के सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया। रोमानिया की शीर्ष अदालत का यह फैसला उन आरोपों के कुछ दिनों बाद आया है, जिसमें रूसी हस्तक्षेप की बात सामने आई थी। आरोप है कि रूस ने पहले दौर में जीत हासिल करने वाले दक्षिणपंथी उम्मीदवार की जीत के लिए एक ऑनलाइन कैंपेन चलाया था। राष्ट्रपति क्लाउस इओहानिस ने खुफिया जानकारी को सार्वजनिक किया। इसके बाद संवैधानिक अदालत ने यह अभूतपूर्व फैसला सुनाया है और यह अंतिम फैसला है। इस खुफिया जानकारी में आरोप लगाया गया था कि रूस ने टिकटॉक और टेलीग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर राइट विंग उम्मीदवार कैलिन जॉर्जेस्कु का प्रचार करने के लिए हजारों सोशल मीडिया अकाउंट चलाए। अदालत ने जॉर्जेस्कु का नाम लिए बिना कहा कि 24 नवंबर को हुए पहले दौर के चुनाव में शामिल 13 उम्मीदवारों में से एक को सोशल मीडिया पर गलत तरीके से फायदा पहुंचाया गया। इससे चुनाव परिणाम प्रभावित हुआ। हालांकि, दक्षिणपंथी उम्मीदवार जॉर्जेस्कु ने कोर्ट के इस फैसले का विरोध किया है। जॉर्जेस्कु ने इस फैसले को सरकारी तख्तापलट और लोकतंत्र पर हमला बताया। वहीं चुनावी नतीजों में दूसरे नंबर पर रहने वाली सेंटर-राइट सेव रोमानिया यूनियन पार्टी की सुधारवादी उम्मीदवार एलेना लास्कोनी ने भी इस फैसले की निंदा की। बाहरी उम्मीदवार होने और चुनाव प्रचार पर एक भी पैसा खर्च नहीं करने के बावजूद, जॉर्जेस्कु सबसे आगे निकलकर सामने आए। रविवार को होने वाले दूसरे दौर के चुनाव में उनका मुकाबला लास्कोनी से होना था। रोमानिया के प्रवासियों के लिए शुक्रवार को दूसरे दौर के मतदान के लिए विदेशों में 951 मतदान केंद्र पहले ही खुल गए थे, लेकिन उन्हें बंद करना पड़ा। वीरेंद्र/ईएमएस/07 दिसंबर 2024