न्यूयॉर्क (ईएमएस)। अब माता-पिता अपने बच्चों को कुत्तों वाले नाम देने लगे हैं। हालांकि, यह चलन भारत में नहीं, बल्कि विदेशों, खासकर अमेरिका में तेजी से बढ़ रहा है। अमेरिका की एक नामकरण विशेषज्ञ कॉलीन स्लेगन ने हाल ही में इस दिलचस्प ट्रेंड पर प्रकाश डाला। कॉलीन, नेमिंग बी नाम की फर्म की मालिक हैं, जो कपल्स को उनके बच्चों के लिए अनोखे नाम चुनने में मदद करती है। उनकी सेवाएं इतनी लोकप्रिय हैं कि माता-पिता उन्हें नाम सुझाने के लिए हजारों डॉलर तक का भुगतान करते हैं। यहां तक कि एक अन्य नामकरण कंसल्टेंट, टेलर हंफ्रे, 1,500 डॉलर (लगभग 1.2 लाख रुपये) से लेकर 10,000 डॉलर (लगभग 8.4 लाख रुपये) तक चार्ज करती हैं। कॉलीन ने अपने टिकटॉक वीडियो में खुलासा किया कि कई माता-पिता अब अपने बच्चों को कुत्तों वाले नाम देने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। कॉलीन के मुताबिक, यह ट्रेंड कोई मजाक नहीं है, बल्कि एक प्रकार की तारीफ है। लोग मानते हैं कि कुत्तों के नाम प्यारे, सरल और भावनात्मक जुड़ाव वाले होते हैं, जो इंसानों के नाम के लिए भी उपयुक्त हो सकते हैं। आर्ची, चार्ली, डेज़ी, लूना, और लियो जैसे नाम आजकल बहुत पसंद किए जा रहे हैं। इसके अलावा, कूपर, मावरिक और ड्यूक जैसे नाम भी खासे लोकप्रिय हो रहे हैं, जो एक तरह से सम्मानजनक माने जाते हैं। सोशल मीडिया पर यह ट्रेंड तेजी से वायरल हो रहा है। कई लोग इसे मजेदार मानते हैं, तो कुछ इसे अपनाने के लिए तैयार हैं। वीडियो पर आए कमेंट्स में कई यूजर्स ने कहा कि कुत्तों और इंसानों के नाम में ज्यादा फर्क नहीं होना चाहिए, क्योंकि कई नाम दोनों के लिए सही बैठते हैं। यह नया ट्रेंड दिखाता है कि माता-पिता अब नामकरण को लेकर ज्यादा लचीले और रचनात्मक हो गए हैं। यह न केवल आधुनिक सोच को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि लोग अब नामों को व्यक्तिगत जुड़ाव और सरलता के नजरिए से देखने लगे हैं। बता दें कि हिन्दी फिल्मों में जैसे ‘राहुल’ और ‘राज’ नाम हीरो के लिए बेहद लोकप्रिय हैं, वैसे ही कुत्तों के लिए ‘टफी’ और ‘टॉमी’ जैसे नाम काफी मशहूर हैं। सुदामा/ईएमएस 07 दिसंबर 2024