नई दिल्ली (ईएमएस)। किसान नेता अपनी विभिन्न मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं। जेल से रिहा होने के बाद कई प्रदर्शनकारी यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो प्वाइंट पर जारी किसान पंचायत में शामिल हुए थे, जहां सभी ने धरना प्रदर्शन जारी रखने का निर्णय लिया। किसान दलित प्रेरणा स्थल जाने पर अड़े हैं। वे वहीं धरना देने चाहते हैं। उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में किसानों के खिलाफ पुलिस ने एक्शन लिया है। जानकारी के मुताबिक, 34 किसानों को गिरफ्तार किया गया है। ये किसान बिना अनुमति के धरने पर बैठने के लिए जीरो प्वाइंट से नोएडा के दलित प्रेरणा स्थल की ओर निकले थे। वहीं, ग्रेटर नोएडा में एहतियात के तौर पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। किसानों ने 2 दिसंबर को नोएडा के राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल पर धरना-प्रदर्शन किया था। इसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया और साइट को खाली करा लिया। संयुक्त किसान मोर्चा के सभी किसान दलित प्रेरणा स्थल से मंगलवार को हुई किसानों की गिरफ्तारी और अपनी मांगों को लेकर ग्रेटर नोएडा के जीरो प्वाइंट पर फ्लाईओवर के नीचे प्रदर्शन पर बैठे हैं। बुधवार रात भी किसान धरने पर थे। किसान दलित प्रेरणा स्थल पर जाने के लिए अड़े हुए हैं और वहीं पर अपना धरना प्रदर्शन करने की बात कह रहे हैं। नोएडा में दलित प्रेरणा स्थल पर शांति भंग करने के लिए गिरफ्तार किए गए संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं को पुलिस ने बुधवार शाम को रिहा कर दिया। पुलिस ने मंगलवार शाम को करीब 160 लोगों की गिरफ्तार किया था। हालांकि कई बुजुर्ग, महिलाओं और बीमार लोगों को जेल के गेट से मुचलके पर ही छोड़ दिया गया था। किसान नेता अपनी विभिन्न मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं और जेल से रिहा होने के बाद कई प्रदर्शनकारी यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो प्वाइंट पर जारी किसान पंचायत में शामिल हुए थे, जहां सभी ने धरना प्रदर्शन जारी रखने का निर्णय लिया। किसान नेता सुनील फौजी ने बताया कि नोएडा के दलित प्रेरणा स्थल पर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर धरना दे रहे 160 से ज्यादा किसानों को मंगलवार को नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, जिनमें से 123 किसानों को पुलिस ने गौतमबुद्ध नगर की लुक्सर जेल में भेज दिया था। उन्होंने बताया कि कुछ किसानों को मुचलके पर छोड़ा गया था, जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं। अजीत झा/देवेन्द्र/नई दिल्ली/ईएमएस/05/ दिसम्बर/2024