रायपुर(ईएमएस)। शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने आगामी चुनावों के संदर्भ में बंटोगे तो कटोगे वाले नारे को गलत बताते हुए कहा कि यह नारा चुनावी राजनीति का हिस्सा नहीं होना चाहिए। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर यह नारा 2024 में दिया जा रहा है, तो इससे पहले क्यों नहीं। शंकराचार्य ने कहा कि “क्या पहले हम सेफ नहीं थे? किसने हमें अब तक काटा है?” और आरोप लगाया कि इस नारे के जरिए लोगों को धमकाया जा रहा है। रायपुर में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने पहुंचे शंकराचार्य ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि यह एक दुखद स्थिति है और भारत हिंदुओं की मात्रभूमि है, इसलिए अगर बांग्लादेश से लोग आ रहे हैं तो उन्हें शरण दी जाए। इस पर उन्होंने प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को पत्र लिखने की बात भी कही। शंकराचार्य ने पंडित धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा पर भी अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने कहा कि अगर कोई पदयात्रा करता है तो उसका स्वागत किया जाना चाहिए, लेकिन यदि यात्रा में जात-पात की बात की जाती है, तो वह ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि हिंदू राष्ट्र की अवधारणा में वर्ण और आश्रम की महत्वपूर्ण भूमिका है और इनसे इतर विचार खतरनाक हो सकते हैं। धर्मांतरण को लेकर शंकराचार्य ने बस्तर में धीरेंद्र शास्त्री की यात्रा पर चिंता जताते हुए कहा कि इससे धर्मांतरण को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने इसे रोकने की अपील की। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के संबल दौरे पर सवाल उठाते हुए शंकराचार्य ने कहा कि यह दौरा केवल राजनीति चमकाने के लिए है और उनके दौरे का कोई ठोस उद्देश्य नहीं है। महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस की सरकार बनने पर शंकराचार्य ने कहा कि शिंदे सरकार ने गौ माता को राज्य माता का दर्जा दिलवाया, जो उनकी बड़ी जीत थी। वहीं, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चुनावी दौर में हैं और गौ माता के मामले में उनकी चुप्पी चिंताजनक है। बांग्लादेशी हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के संबंध में भाजपा के प्रदर्शन पर शंकराचार्य ने कहा कि जब हम सत्ता में हैं, तो प्रदर्शन की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर हिंदूओं पर अत्याचार जारी रहा, तो बांग्लादेश में हमारे कारण बने भारत के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। सत्यप्रकाश(ईएमएस) 04 दिसंबर 2024