रोहतक (ईएमएस)। पिछले महीने माह ही हॉकी को अलविदा भारतीय महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान रानी रामपाल आजकल जूनियर महिला टीम की कोच के तौर पर काम कर रही हैं। इसी को लेकर रानी ने कहा, ‘‘सब जूनियर खिलाड़ियों के साथ काम करने का मेरा अनुभव बहुत अच्छा रहा और मैंने इससे काफी कुछ सीखा। वे युवा लड़कियां थीं जो मेरे जैसी ही पृष्ठभूमि से आती हैं। उनकी परेशानियों को समझना और उनका मार्गदर्शन करना आसान था।’’ उन्होंने कोच के तौर पर अपने अनुभव के बारे में कहा,‘‘मैंने उनसे कहा कि अगर मैं सफल हो सकती हूं तो आप भी हो सकती हो। उन्हें मार्गदर्शन की जरूरत है और मैंने उनके साथ अपने अनुभव साझा करके उन्हें वह मार्गदर्शन देने का प्रयास किया है।’’ वह आगामी हॉकी इंडिया लीग में सूरमा हॉकी क्लब के लिए मेंटर (मार्गदर्शक) के रूप में भी काम करेगी। इसमें पहली बार महिलाओं का टूर्नामेंट भी होगा। रानी ने साल 2008 में 14 साल की उम्र में ओलंपिक क्वालीफायर में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदार्पण किया था। इसलिए उन्हें पता है कि एक युवा खिलाड़ी किस तरहके दबाव का अनुभव करता है। उन्होंने कहा,‘‘मैं सूरमा क्लब की मेंटर बनने जा रही हूं इसलिए मैं अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमता से उस भूमिका को निभाने का प्रयास करुंगी। युवा खिलाड़ियों पर मानसिक और भावनात्मक रूप से प्रदर्शन करने का बहुत दबाव होता है। में इसमें उनकी मदद करना चाहूंगी। वहीं सीनियार हॉकी टीम को इस पूर्व कप्तान कहा है कि एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी जीतकर भारतीय टीम ने एक प्रकार से 2028 लॉस एंजिल्स ओलंपिक खेलों के लिए अपनी तैयारी शुरु कर दी है। इससे पता चलता है कि टीम सही दिशा में आगे बढ़ रही है। रानी ने कहा, ‘‘एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी की जीत हमारी महिला हॉकी टीम को और बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित करेगी। यह अच्छी शुरुआत है। इससे तय है कि कोच हरेंद्र सिंह के नेतृत्व में टीम अच्छा प्रदर्शन करेगी।’’ गिरजा/ईएमएस 04 दिसंबर 2024