नई दिल्ली,(ईएमएस)। संसद के शीतकालीन सत्र का आज सोमवार को पांचवां दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गया। लोकसभा और राज्यसभा दोनों में विपक्षी सांसदों ने जोरदार हंगामा किया, जिसके चलते कार्यवाही को मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। शीतकालीन सत्र के दूसरे सप्ताह के पहले दिन आज सोमवार सुबह 11 बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी सांसदों ने गौतम अडानी समेत विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने के प्रयास में जोरदार हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान अडानी समूह से जुड़े मामलों और उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्ष ने जोरदार नारेबाजी की। आज लोकसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बैंकिंग कानून (संशोधन) विधेयक पेश करने की संभावना थी, लेकिन हंगामे के चलते इसे भी टालना पड़ा है। इससे पहले पिछले हफ्ते भी चारों कार्यदिवस बिना किसी प्रगति के समाप्त हो गए थे। राज्यसभा की कार्यवाही भी रही बाधित राज्यसभा में भी हंगामें की स्थिति लोकसभा जैसी ही रही। वहां भी विपक्ष के हंगामे के चलते कोई चर्चा नहीं हो सकी और कार्यवाही को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया। गौरतलब है कि पिछले सोमवार से शुरू हुए शीतकालीन सत्र के दौरान अब तक विपक्ष और सरकार के बीच गतिरोध बना हुआ है। सत्र के पहले दिन उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच तीखी बहस भी देखने को मिली थी। इसके बाद विपक्ष के सांसद लगातार हंगामा करते देखे गए और सदन की कार्रवाही स्थगित की गई। इस सत्र में कुल 19-19 बैठकें आयोजित होनी हैं, लेकिन हंगामे और गतिरोध के चलते कामकाज पूरी तरह हो पाएगा इस पर शंका जाहिर की जा रही हैं। सरकार और विपक्ष के बीच सहमति बनने तक संसदीय कार्यवाही के सामान्य रूप से चलने की संभावना कम ही नजर आती है। हिदायत/ईएमएस 02दिसंबर24