नई दिल्ली (ईएमएस)। सर्दी के मौसम में वायरस और बैक्टीरिया तेजी से फैलते हैं, जिससे लोगों को सर्दी-ज़ुकाम और अन्य संक्रमण की समस्या हो सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि सर्दी का असर ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल पर भी पड़ता है, इसलिए डायबिटीज और दिल के मरीजों को सुबह जल्दी या देर रात बाहर जाने से बचना चाहिए, क्योंकि इस वक़्त ठंड अधिक होती है। इनसे बचने के लिए शरीर को ठंड से बचाना जरूरी है, इसके लिए गर्म कपड़े पहनना चाहिए। साथ ही, पर्याप्त नींद लेना और बाहर से आने के बाद हाथ-पैर धोना भी बहुत महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, नियमित रूप से जांच कराते रहना और डॉक्टर की सलाह अनुसार दवाएं लेना आवश्यक है। उन्होंने यह भी कहा कि ठंड के मौसम में शरीर की ऊर्जा बढ़ाने के लिए पौष्टिक आहार का सेवन करना जरूरी है। गर्म सूप, गाजर का हलवा और हरी सब्जियां इस मौसम में शरीर के लिए बहुत लाभकारी होती हैं। साथ ही, तला-भुना खाने से बचने की सलाह दी गई है। इसके अलावा, पर्याप्त मात्रा में पानी पीना भी जरूरी है ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे, क्योंकि सर्दियों में हम अक्सर यह भूल जाते हैं। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी कि सर्दियों में छोटी-छोटी समस्याओं को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। यदि बुखार, सांस लेने में दिक्कत या सीने में दर्द जैसी समस्याएं हों, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। सर्दियों में आलस बढ़ने के कारण शारीरिक गतिविधियां कम हो जाती हैं, लेकिन कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि फिट रहने के लिए रोजाना हल्का व्यायाम करें और सुबह की धूप जरूर लें। यह विटामिन-D के स्तर को बनाए रखेगा और आपकी इम्यूनिटी को भी मजबूत करेगा। सुदामा/ईएमएस 30 नवंबर 2024