कांग्रेस में ऊपर से नीचे तक बदलाव की जरूरत - हमें चुनावी रणनीति में भी सुधार करना होगा, माहौल पक्ष में मतलब जीत की गारंटी नहीं नई दिल्ली(ईएमएस)। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में करारी हार को लेकर शुक्रवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की दिल्ली में मीटिंग हुई। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने कहा कि चुनाव परिणामों से निराश नहीं होना चाहिए। पार्टी को मजबूत करने के लिए ऊपर से लेकर नीचे तक बदलाव की जरूरत है। खडग़े ने बैठक में एक बार फिर ईवीएम पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि ईवीएम ने चुनाव प्रक्रिया को संदिग्ध बना दिया है, चुनाव आयोग को स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करना चाहिए। खडग़े ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कोई भी अंकगणित परिणामों को सही नहीं ठहरा सकता। लोकसभा चुनाव में जिस तरह से महाविकास अघाड़ी ने प्रदर्शन किया, उस हिसाब से विधानसभा के परिणाम देखकर चुनावी पंडित भी भ्रमित हैं। खडग़े ने कहा कि राज्य चुनावों में उम्मीद से कम प्रदर्शन हमारे लिए चुनौती है। पार्टी नेताओं में एकता की कमी, एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी चुनावों में हमें नुकसान पहुंचा रही है, इस पर सख्त अनुशासन की जरूरत है। पार्टी को मजबूत करने के लिए जमीनी स्तर से लेकर एआईसीसी तक बदलाव लाने होंगे। माहौल पक्ष में मतलब जीत की गारंटी नहीं खडग़े ने बैठक में कहा कि चुनाव का माहौल हमारे पक्ष में होने से जीत की गारंटी नहीं मिलती। टाइम बाउंड स्ट्रैटेजी बनाने और पार्टी को मजबूत करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। विधानसभा चुनावों के लिए एक साल पहले से तैयारी करनी होगी, मतदाता सूचियों की जांच करनी होगी। हमें अपनी चुनाव रणनीति में सुधार करना होगा खडग़े ने कहा कि महाराष्ट्र में कोई भी अंकगणित परिणामों को सही नहीं ठहरा सकता। एमवीए के लोकसभा चुनाव के परिणामों के बाद चुनाव पंडित भ्रमित हैं। हमें अपनी चुनाव रणनीति में सुधार करना होगा। दुष्प्रचार, गलत सूचना का मुकाबला करने के तरीके विकसित करने होंगे। कांग्रेस के लिए सत्ता में आना महत्वपूर्ण खडग़े ने कहा कि कांग्रेस के लिए सत्ता में आना महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे देश भर में लोगों के एजेंडे को लागू करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के अच्छे नतीजों के बाद विधानसभा चुनाव के नतीजों ने हमें झकझोर दिया, हमें कड़े कदम उठाने होंगे। मणिपुर से लेकर संभल तक बहुत गंभीर मसले हैं खडग़े ने कहा कि बातें बहुत सी हैं। मणिपुर से लेकर संभल तक का बहुत गंभीर मसले है। बीजेपी देश का ध्यान अपनी विफलताओं से भटकाने के लिए कई धार्मिक मुद्दों को विभिन्न माध्यमों से हवा देने की कोशिश कर रही है। हमें सत्ता में बैठी विभाजनकारी ताकतों को हर हालत में हराना है। क्योंकि हमने ये शानदार देश बनाया है।