लंदन (ईएमएस)। वैज्ञानिकों को एक हैरान करने वाली घटना पता चली। बाल्टिक सागर में डेले नाम की एक नर बॉटलनोज़ डॉल्फिन अकेली पाई गई। डेले के इस व्यवहार ने शोधकर्ताओं को चौंका दिया। यूनिवर्सिटी ऑफ सदर्न डेनमार्क के वैज्ञानिकों ने दिसंबर 2022 से फरवरी 2023 के बीच पानी के नीचे की ध्वनियों को रिकॉर्ड किया और पाया कि यह डॉल्फिन खुद से बातचीत कर रही थी। शोधकर्ताओं ने 10,833 ध्वनियों को रिकॉर्ड किया, जिनमें सीटी और क्लिक जैसी आवाज़ें शामिल थीं। ये आवाज़ें आमतौर पर डॉल्फिन्स के सामाजिक संवाद और नेविगेशन में उपयोग होती हैं। लेकिन, डेले के मामले में यह देखा गया कि वह अकेले में वही आवाज़ें निकाल रही थी, जो आमतौर पर डॉल्फिन्स समूह में करती हैं। शोधकर्ताओं का कहना है कि यह व्यवहार डॉल्फिन्स के सामाजिक और भावनात्मक जीवन को समझने में मददगार हो सकता है। बाल्टिक सागर का ठंडा तापमान और कम लवणता डॉल्फिन्स के लिए उपयुक्त नहीं है। वैज्ञानिक यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि डेले इतनी दूर और असामान्य पर्यावरण में कैसे पहुंचा। यह घटना जलवायु परिवर्तन और समुद्री जीवों पर इसके प्रभाव का संकेत हो सकती है। यह अध्ययन डॉल्फिन्स के सामाजिक व्यवहार और उनके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रकाश डालता है। वैज्ञानिक इसे बदलते माहौल में डॉल्फिन्स के अनुकूलन को समझने का एक जरिया मान रहे हैं। साथ ही, यह उनके संरक्षण की दिशा में नई रणनीतियां तैयार करने में मदद कर सकता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि डेले खुद से बात कर अपनी भावनात्मक ज़रूरतें पूरी करने की कोशिश कर रही थी। डेले की कुछ आवाज़ें इंसानों के अकेले में हंसने या खुद से बात करने जैसी थीं। इस व्यवहार ने समुद्री जीवविज्ञानियों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि डॉल्फिन्स अकेलेपन से कैसे निपटती हैं। सुदामा/ईएमएस 29 नवंबर 2024