सूरत (ईएमएस)| शहर के पार्ले पॉइंट क्षेत्र में रहनेवाले एक व्यवसायी को उसके पिता को ड्रग्स और मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाने की धमकी देकर रु. 1.15 करोड़ से अधिक रकम ऐंठ ली गई| व्यवसायी की शिकायत मिलने पर सूरत साइबर क्राइम ने मामले की जांच शुरू की है| जानकारी के मुताबिक सूरत के पार्ले पॉइंट क्षेत्र के देवर्षि बंग्लोज में रहनेवाले 59 वर्षीय मेहूल गोवर्धनभाई रेशमवाला शहर के सब जेल के सामने पूजा एजंसी के नाम से इंजीनियरिंग प्रोडक्ट्स बेचते हैं| गत 12 अक्टूबर को मेहूल के पिता गोवर्धनभाई रेशमवाला को अज्ञात नंबर से फोन आया| कॉल करने वाले अपनी पहचान डीएचएल कूरियर के कर्मचारी राहुल कुमार के तौर पर दी| फोन पर राहुल ने बताया कि गत 6 अक्टूबर को मुंबई से चीन के बीजिंग भेजे गए पार्सल की डिलीवरी नहीं हुई है| पार्सल से लेपटोप, पासपोर्ट, बैंक डॉक्युमेंट समेत 400 ग्राम एमडी ड्रग्स बरामद हुआ है| फोन पर इतनी बात बताने के बाद राहुल ने मुंबई पुलिस के राजेश प्रधान को फोन दे दिया| राजेश प्रधान ड्रग्स को लेकर गोवर्धनभाई रेशमवाला को झाड़ने लगे| इतना ही नहीं राजेश प्रधान नामक शख्स ने गोवर्धनभाई के खिलाफ अभद्र भाषा का भी उपयोग किया| जिससे गोवर्धनभाई डर गए और कहा कि वह वृद्ध होने के साथ ही बीमार भी हैं| रात के दो बजे हैं और इस समय मुझे बेवजह परेशान ना करें| इस पर सामने से कहा गया कि अगर इसका किसी से जिक्र किया तो पूरे परिवार को जेल जाना पड़ेगा और तुम्हें गोली मार दी जाएगी| जिसके बाद दूसरे दिन सुबह प्रकाश अग्रवाल नामक शख्स ने वीडियो कॉल किया और खुद को सीबीआई निदेशक और राहुल नवीन ईडी अधिकारी होने बताते हुए कहा कि अगर पूरे मामले से बचना है तो हम कहें ऐसा करना होगा| उस वक्त भी कथित अधिकारी बनकर बात कर रहे शख्सों ने गोवर्धनभाई का डराया-धमकाया और अभद्रता भी की| कथित अधिकारियों ने गोवर्धनभाई से कहा कि आपके बैंक खाते में 2 करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ है और उसमें आपने दो लाख रुपए बतौर कमीशन लिए हैं| इस मामले में आप के केजरीवाल, एमपी, एमएलए और पीएम मोदी भी संलिप्त हो सकते हैं| पूरा मामला राष्ट्रीय सुरक्षा का है, इसलिए आपको इस संदर्भ में किसी के साथ कोई चर्चा नहीं करनी| अगर किसी से इस बारे में चर्चा की तो आपकी और पूरे परिवार की मुश्किलें बढ़ जाएंगी| जिसके बाद बतौर सीबीआई निदेशक परिचय देनेवाले प्रकाश अग्रवाल ने कहा कि अगर पूरे मामले से बचना है तो आपके पास जितनी संपत्ति और गुप्त जानकारी है वह हमारे साथ साझा करनी होगी| धमकी से भयभीत गोवर्धनभाई ने शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड में निवेश का पूरा ब्यौरा वीडियो कॉल के जरिए साझा कर दिया| घटना के बाद 16 अक्टूबर को गोवर्धनभाई ने शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड से अपनी रकम निकाल ली, जो उनके एचडीएफसी बैंक में जमा हुई थी| जिसके बाद फर्जी मुकद्दमे में फंसाने की धमकी देकर कथित अधिकारियों ने 23 अक्टूबर को नोटिस भेजी और बचने के लिए सिक्युरिटी डिपोजिट के तौर पर रकम ट्रांसफर करने को कहा| धमकी से डरे गोवर्धनभाई ने पहले रु. 75 लाख और बाद में रु. 40.50 लाख अपने एकाउंट से आरटीजीएस के जरिए जमा करवा दिए| इस प्रकार साइबर ठगों ने गोवर्धनभाई से रु. 1.15 करोड़ रुपए अधिक ऐंठ लिए| सतीश/28 नवंबर