ज़रा हटके
28-Nov-2024
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जेनेवा (ईएमएस)। संयुक्त राष्ट्र की दो एजेंसियों ने चौंकाने वाली रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट्स में बताया गया कि महिलाओं के लिए सबसे खतरनाक स्थान उनका अपना घर ही है, और 2023 में हर दिन औसतन 140 महिलाएं और लड़कियां अपने पार्टनर या परिवार के सदस्य द्वारा मारी गईं। रिपोर्ट के मुताबिक, 2023 में करीब 51,100 महिलाओं और लड़कियों को अपनी जान गंवानी पड़ी, और इनकी हत्या उनके पार्टनर या परिवार के सदस्यों के द्वारा की गई थी। यह आंकड़ा 2022 में 48,800 महिलाओं की मौत के आंकड़े से भी ज्यादा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि मौतों की बढ़ी हुई संख्या मुख्य रूप से देशों से ज्यादा आंकड़े उपलब्ध होने के कारण है, न कि हत्याओं में वृद्धि के कारण हुई है। फिर भी रिपोर्ट्स में यह स्पष्ट कहा गया है कि महिलाएं और लड़कियां हर जगह इस अत्यधिक रूप से लिंग आधारित हिंसा से प्रभावित हो रही हैं और कोई भी क्षेत्र इससे अछूता नहीं है। यूएन वूमन की डिप्टी एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर न्यारदजाई गुम्बोंजवांडा ने कहा कि लंबे समय से अपने ही परिवार या पार्टनर द्वारा महिलाओं और लड़कियों की हत्या की जा रही है और इस पर ध्यान न देने की वजह से यह सिलसिला जारी है। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से लैंगिक भेदभाव और सामाजिक मान्यताएं हिंसा को बढ़ावा देती हैं। यूएन वूमन ने सरकारों और नेताओं से अपील की है कि वे अपनी शक्ति का इस्तेमाल महिलाओं के खिलाफ हिंसा को रोकने के उपायों में करे। आंकड़ों के मुताबिक, 2023 में सबसे ज्यादा हत्याएं अफ्रीका में हुईं, जहां करीब 21,700 महिलाएं और लड़कियां अपने परिवार या साथी के द्वारा मारी गईं। अफ्रीका में प्रति 1,00,000 आबादी में इस तरह की 2.9 हत्याएं हुईं, जो अन्य क्षेत्रों की तुलना में ज्यादा है। इसके बाद अमेरिका और ओशिनिया का नंबर आता है, जहां प्रति 1,00,000 महिलाओं में क्रमशः 1.6 और 1.5 महिलाओं की हत्या हुई। एशिया में यह आंकड़ा 0.8 और यूरोप में 0.6 था। रिपोर्ट में बताया गया कि महिलाएं और लड़कियां निजी जगहों में हिंसा का ज्यादा शिकार होती हैं, जबकि पुरुष हत्या की घटनाओं में ज्यादातर घर के बाहर मार जाते हैं। रिपोर्ट में कहा गया हैं कि 2023 में दुनिया में हत्या की घटनाओं में मारे जाने वाले लोगों में 80 फीसदी संख्या पुरुषों की थी, जबकि 20 फीसदी महिलाएं शामिल थी। हालांकि चौंकाने वाली बात यह है कि 2023 में जिन महिलाओं की हत्या हुई, उनमें से 60 फीसदी की जान उनके पार्टनर या रिश्तेदारों ने ली थी। आशीष/ईएमएस 28 नवंबर 2024