- महायुति मजबूत है, कोई नाराजगी नहीं मुंबई, (ईएमएस)। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद अब महाराष्ट्र ही नहीं समूचे देश के लोगों की नजर इस बात पर टिक गई है कि महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री कौन होगा। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व की ओर से मुख्यमंत्री पद के लिए देवेन्द्र फड़नवीस के नाम पर लगभग मुहर लग चुकी है। सूत्रों की मानें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देवेंद्र फड़णवीस के नाम को प्राथमिकता दी है। इस बीच पिछले दो दिनों से नाराज चल रहे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की और मुख्यमंत्री के पद पर टिप्पणी की। उन्होंने साफ किया है कि हमने महायुति के तौर पर मिलकर चुनाव लड़ा और हमारे बीच कोई नाराजगी नहीं है। साथ ही, महायुति मजबूत है और लोगों ने जो जनादेश दिया है, उसे ध्यान में रखते हुए और भी बहुत काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, नापी है थोड़ी जमीन पूरी आसमां बाकी है। साथ ही एकनाथ शिंदे ने यह भी बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बात की। उन्होंने इस सवाल का भी जवाब दिया कि एकनाथ शिंदे की कैबिनेट में क्या जगह होगी। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि महायुति द्वारा किया गया काम और लोगों द्वारा दिखाया गया विश्वास ही महायुति की जीत का कारण है। हमने एक तरफ विकास और दूसरी तरफ कल्याणकारी योजनाओं को जोड़ा, महायुति में सभी ने कड़ी मेहनत की। मैं सुबह होने तक काम करता था और तीन-चार घंटे सोने के बाद फिर से काम शुरू कर देता था। मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि मैं कल भी कार्यकर्ता था, आज भी कार्यकर्ता हूं और कल भी कार्यकर्ता के तौर पर काम करूंगा। मैंने आम लोगों के लिए काम किया, गरीब परिवारों का दर्द समझा, इसलिए उनको सामने रखकर काम किया। ढाई साल के दौरान हमें केंद्र से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का सहयोग मिला। उन्होंने मुझे ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी दी, इसके लिए मैं उन्हें धन्यवाद दूंगा। क्योंकि, हमारी सरकार द्वारा लिए गए कई फैसले क्रांतिकारी रहे हैं। मैं प्यारी बहनों के प्यारे भाई के रूप में जाना जाने लगा। मुझे लगता है कि मान्यता सभी पदों से बड़ी है। मैं पिछले ढाई साल के काम से संतुष्ट और खुश हूं। हम नाराज होकर लड़ने वालों में नहीं हैं, बल्कि लड़ कर काम करने वालों में से हैं। विधानसभा में आज की जीत एक ऐतिहासिक जीत है। मैं अपने शरीर में खून की आखिरी बूंद तक महाराष्ट्र के लोगों के लिए काम करूंगा। मुझे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोन आया, मैंने उनसे फोन पर कहा भी कि एनडीए के प्रमुख के तौर पर आप जो भी फैसला लेंगे, मैं स्वीकार करूंगा। एकनाथ शिंदे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मैंने गृह मंत्री अमित शाह को भी फोन किया और उनसे कहा कि आपका फैसला स्वीकार करता हूं। * मंत्रिमंडल में एकनाथ शिंदे को कौन सा पद मिलेगा? महायुति सरकार के मंत्रिमंडल में एकनाथ शिंदे की क्या स्थिति होगी, इस सवाल का जवाब भी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दिया है। उन्होंने कहा, इस संबंध में हमारी तीनों पार्टियों की कल (गुरुवार) दिल्ली में बैठक होगी। एकनाथ शिंदे ने जवाब दिया कि इस बैठक में लिए गए फैसले के मुताबिक सबकुछ मुख्यमंत्री और कैबिनेट तय करेगी। ऐसे में एकनाथ शिंदे की कैबिनेट में क्या स्थिति होगी ये तो कल ही पता चल पाएगा। * मुख्यमंत्री पद को लेकर शिवसेना-बीजेपी में खींचतान शिंदे के विधायकों का मानना है कि एक बार फिर से मुख्यमंत्री पद शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे को मिलना चाहिए। इसलिए जगह-जगह भगवान से मन्नतें मांगी जा रही हैं और कार्यकर्ता मुख्यमंत्री पद की मांग पर भी जोर दे रहे हैं। दूसरी ओर, बीजेपी नेता और विधायक भी देवेन्द्र फड़णवीस को मुख्यमंत्री बनाने के लिए दांव लगा रहे हैं। इसलिए आधिकारिक घोषणा तक मुख्यमंत्री पद को लेकर सस्पेंस बरकरार है। एकनाथ शिंदे ने कहा कि मुख्यमंत्री पद को लेकर महायुति के नेता जो फैसला लेंगे, मैं उसे स्वीकार करूंगा। साथ ही भविष्य की योजना क्या होगी इसका जवाब भी उन्होंने शायरी के जरिए दिया। उन्होंने शायरी के जरिए अपना फ्यूचर प्लान बताया। मुख्यमंत्री पद पर दावा छोड़ने की बात कहने के बाद एकनाथ शिंदे की अगली योजना क्या है? ये सवाल जब पत्रकारों ने पूछा तो इस पर उन्होंने कहा- “जीवन में असली उड़ान अभी बाकी है, अभी तो नापी है सिर्फ मुट्ठी भर जमीन, अभी तो सारा आसमान बाकी है… आपने बहुत काम किया है। हमने जो काम किया वह आपके सामने है। अब से हम एक गठबंधन के रूप में काम करना चाहते हैं। हमारे पास जितना अधिक बहुमत होगा, हमारी जिम्मेदारी उतनी ही अधिक होगी। एकनाथ शिंदे ने इन शब्दों में कही अपनी भविष्य की योजना संजय/संतोष झा- २७ नवंबर/२०२४/ईएमएस