-14 साल के तेलम ने सीआरपीएफ कैंप की तरफ दौड़कर बचाई जान इंफाल,(ईएमएस)। मणिपुर में कई दिनों से हिंसा फिर भड़क गई है जिसमें कई लोगों की जानें भी जा चुकी हैं। सरकार ने भी हिंसा रोकने पुलिस बल तैनात किए हैं फिर भी हिंसा जारी है। तेलम रोशन सिंह की उम्र सिर्फ 14 साल है। उसका परिवार मणिपुर के जकुराडोर गांव में रहता था। 3 मई, 2023 से कुकी और मैतेई के बीच हिंसा झेल रहा मणिपुर फिर सुलग रहा है। विधायकों-मंत्रियों के घरों पर हमले हो रहे हैं। घरों से लोगों को अगवा कर हत्या की जा रही है। बीते 20 दिन में ही 21 मौतें हो चुकी हैं। इस बार हिंसा का सेंटर जिरीबाम जिला है। यहां 7 नवंबर के बाद से तीन बड़ी घटनाएं हुई हैं। तेलम ने हिंसा के बारे में बताया कि 11 नवंबर 2024 दोपहर 2:30 बजे रहे थे। मैं लंच के लिए नानी के घर गया था। छोटा भाई बाहर बरामदे में खेल रहा था। मां और मौसी खाना बना रही थीं। अचानक जोर-जोर से चिल्लाने की आवाजें आने लगीं। मैं बाहर भागा। देखा कि 15 से 20 लड़के घरों में आग लगा रहे हैं। उन्होंने आर्मी की ड्रेस पहन रखी थी, हाथ में बंदूकें थीं। गांव के लोग बचने के लिए भाग रहे थे। मैं भाई को लेकर घर के अंदर गया और सबको भागने के लिए कहा। तभी 4-5 लड़के घर में घुस आए। मेरी बहन और मौसी को धक्का मारकर गिरा दिया। मां और नानी को पिटना शुरु कर दिया। उनके बाल पकड़कर घसीटने लगे। उन्होंने मां, बहन, मौसी और नानी को खूब मारा। फिर बंदूक दिखाकर बाहर खड़ी वैन में बैठने को कहा। घर के बगल में सीआरपीएफ कैंप है। मां ने मुझे और छोटे भाई को उस तरफ भागने का इशारा किया। हम कैंप की तरफ दौड़े, तो उन लड़कों ने हमारे ऊपर गोलियां बरसाईं। हम जान बचाकर सीआरपीएफ कैंप तक पहुंच गए। मैंने भाई को बचा लिया, लेकिन हमलावर मां को उठा ले गए। सिराज/ईएमएस 27नवंबर24