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26-Nov-2024
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विशेष कार्यक्रम में राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा-संविधान हमारे देश का सबसे पवित्र ग्रंथ नई दिल्ली,(ईएमएस)। आज यानी 26 नवंबर मंगलवार को संविधान को अपनाने के 75 साल पूरे हो गए हैं। इस अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम संविधान सदन (पुरानी संसद भवन) के सेंट्रल हॉल में आयोजित किया गया। यहां राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने संविधान दिवस की 75वीं वर्षगांठ पर 75 रुपए का सिक्का जारी किया। इस दौरान एक डाक टिकट भी जारी किया गया। यह डाक टिकट संविधान की उन मूल भावनाओं का प्रतीक है जो भारत को एकजुट करती है और हमें आगे बढ़ने का मार्ग दिखाती है। राष्ट्रपति मुर्मू ने मंगलवार 26 नवंबर को ‘संविधान दिवस’ के अवसर पर संसद के दोनों सदनों के सदस्यों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि संविधान हमारे देश का सबसे पवित्र ग्रंथ है। आज हम इस ऐतिहासिक अवसर के भागीदार बन गए हैं और साक्षी भी बने हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि आज से 75 साल पहले संविधान सदन के इसी केंद्रीय कक्ष में आज ही के दिन संविधान सभा ने नव स्वाधीन देश के लिए संविधान निर्माण का बहुत बड़ा कार्य संपन्न किया था। राष्ट्रपति ने कहा कि उस दिन संविधान सभा के जरिए हम भारत के लोगों ने अपने इस संविधान को अपनाया था। हमारा संविधान हमारे व्यक्तिगत और सामूहिक स्वाभिमान को तय करता है। संविधान सदन में आयोजित कार्यक्रम में पुस्तकों का विमोचन भी किया गया। इसके साथ ही राष्ट्रपति मुर्मू ने भारत के संविधान के संस्कृत और मैथिली संस्करण का संविधान सदन के केंद्रीय कक्ष में विमोचन भी किया। इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति के साथ उपराष्ट्रपति और राज्य सभा के सभापति जगदीप धनखड़, पीएम नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय संसदीय मंत्री किरण रिजिजू, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राज्यसभा के नेता सदन जेपी नड्डा, लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश मौजूद थे। संविधान सदन के केंद्रीय कक्ष में राज्यसभा और लोकसभा के संसद सदस्य, दिल्ली स्थित मिशनों के प्रमुख और अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित रहे। भारत के उपराष्ट्रपति और राज्य सभा के सभापति धनखड़ ने भी दोनों सदनों के सदस्यों को संबोधित किया। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने स्वागत भाषण दिया। भारत के संविधान को अंगीकृत किए जाने की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर स्मारक सिक्का और डाक टिकट का विमोचन किया गया। इसके साथ ही राष्ट्रपति ने भारत के संविधान का निर्माण: एक झलक नामक पुस्तक का विमोचन भी किया। भारत के संविधान का निर्माण और इसकी गौरवशाली यात्रा शीर्षक से प्रकाशित एक और महत्वपूर्ण पुस्तक का विमोचन भी किया गया। यहां भारत के संविधान की कला और इसमें मौजूद चित्रों को समर्पित पुस्तिका का विमोचन भी किया गया। संस्कृत और मैथिली में भारत के संविधान का विमोचन भी इस कार्यक्रम के मुख्य आकर्षणों में से एक था। इस अवसर पर भारतीय संविधान की महिमा, इसके निर्माण और ऐतिहासिक यात्रा को दर्शाते हुए एक लघु फिल्म भी दिखाई गई। वहीं इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि इन पांच सालों में हमारी संसद के जरिए से आम जनता के जीवन में सामाजिक आर्थिक परिवर्तन लाए गए हैं। संवैधानिक मूल्यों के प्रति हमारे घनिष्ठ प्रतिबद्धता है। गौरतलब है कि सोमवार 25 नवंबर से संसद का शीतकालीन सत्र शुरु हो चुका है। राज्यसभा सचिवालय के मुताबिक यह सत्र अगले माह 20 दिसंबर तक चलेगा। सिराज/ईएमएस 26नवंबर24