-अडाणी पर अमेरिकी निवेशकों और बैंकों से झूठ बोलने का आरोप नई दिल्ली/न्यूयॉर्क (ईएमएस)। सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया यानी सेबी अब अडाणी ग्रुप पर गलत जानकारी देने और निवेशकों को गुमराह करने के लिए जांच कर सकती है। मार्केट रेगुलेटर सेबी इस बात की जांच करेगी कि अडाणी ग्रुप ने बाजार में होने वाली एक्टिविटीज की जानकारी के डिस्क्लोजर के लिए अनिवार्य नियमों का उल्लंघन किया है या नहीं। सेबी ने स्टॉक एक्सचेंजों के अधिकारियों से पूछा है कि क्या अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड रिश्वतखोरी के आरोपों में अमेरिकी न्याय विभाग की जांच का उचित रूप से खुलासा करने में विफल रही है? सेबी दो हफ्ते तक कर सकती है इस मामले की जांच रिपोर्ट के मुताबिक, फैक्ट खोजने की प्रोसेस दो सप्ताह तक जारी रहने की उम्मीद है, जिसके बाद सेबी यह तय कर सकता है कि वह औपचारिक जांच शुरू करना चाहती है या नहीं। सेबी ने पहले भी डिस्क्लोजर मानदंडों जैसे मामलों के लिए अडाणी ग्रुप की जांच की है। हालांकि अभी तक निष्कर्षों का खुलासा नहीं किया है। गौरतलब है कि भारतीय उद्योगपति गौतम अडाणी पर गुरुवार को अमेरिका में सोलर एनर्जी से जुड़ा कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए उन पर रिश्वत देने और धोखाधड़ी के आरोप लगे। न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट में यह केस दर्ज हुआ था। गौतम अडाणी और उनके भतीजे सागर अडाणी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया गया है।