- जंग में पहली बार इस हथियार का इस्तेमाल कीव(ईएमएस)। रूस ने यूक्रेन के दनीप्रो शहर पर गुरूवार की सुबह 5 से 7 बजे के बीच आईसीबीएम मिसाइलों से ताबड़तोड़ हमला किया। इस जंग में पहली बार इंटरकॉन्टीनेंट बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया गया है। संभावना है कि इसके लिए रूस ने आरएस-26 रूबेज मिसाइलों का इस्तेमाल किया हो। जिसे अस्त्राखान इलाके से दागा गया था। वहीं यूक्रेन की इंटेलिजेंस का दावा है कि रूसी सेना देश की राजधानी कीव पर न्यूक्लीयर मिसाइल दागने की तैयारी कर रहा है। इस मिसाइल में कम तीव्रता वाले परमाणु हथियार या खतरनाक पारंपरिक वैपन हो सकते हैं। यूक्रेन की वायुसेना के अनुसार इंटरकॉन्टीनेंट बैलिस्टिक मिसाइलों के अलावा किंझल हापरसोनिक और केएच-101 क्रूज मिसाइलों से भी हमला किया गया है। यूक्रेनी वायुसेना ने इस बात की पुष्टि की है कि उनके महत्वपूर्ण संस्थानों, इमारतों और ढांचों को नुकसान पहुंचा है। इस हमले में गैर-परमाणु हथियारों का इस्तेमाल किया गया है। क्रूज मिसाइलों को दागने के लिए रूस ने अपने लंबी दूरी के बमवर्षकों का इस्तेमाल किया है। ये बमवर्षक वोल्गोग्राड इलाके से उड़े थे। जबकि किंझल हाइपरसोनिक मिसाइलों को ताम्बोव इलाके से उड़े फाइटर जेट से दागा गया था। रूस कर सकता है न्यूक्लीयर हमला यूक्रेन की इंटेलिजेंस का दावा है कि रूसी सेना देश की राजधानी कीव सहित कई क्षेत्रों पर न्यूक्लीयर मिसाइल दागने की तैयारी कर रहा है। इस मिसाइल का वजन 36 हजार किलोग्राम है। इसमें एक साथ 150 से 300 किलो टन के 4 हथियार लगाए जा सकते हैं। यह मिसाइल एक साथ चार टारगेट्स पर हमला कर सकती है और सुपर हाइपरसोनिक ग्लाइड व्हीकल को ले जाने में भी सक्षम है। इस मिसाइल की रेंज करीब 6000 किलोमीटर है, जो 24,500 किलोमीटर की गति से टारगेट की तरफ बढ़ती है। यानी इसे रोक पाना दुनिया के किसी भी एयर डिफेंस सिस्टम के बस में नहीं है। विनोद उपाध्याय / 21 नवम्बर, 2024