पर्थ (ईएमएस)। आस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पहले क्रिकेट टेस्ट मैच में भारतीय टीम की कप्तानी को लेकर तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह उत्साहित हैं। बुमराह ने कहा कि कप्तानी एक पद नहीं जिम्मेदारी होने के साथ ही सम्मान की बात है। मुझे हमेशा से जिम्मेदारी लेना और चुनौतियों का सामना करना अच्छा लगता रहा है। इसलिए मैं इस नई भूमिका को लेकर खुश हूं। बुमराह दूसरी बार किसी टेस्ट मैच में भारतीय टीम की कप्तानी करेंगे। इससे पहले इंग्लैंड के खिलाफ 2022 के एडबस्टन टेस्ट में भी उन्होंने कप्तानी की थी। उन्होंने कहा, ‘मैं कप्तानी को एक पद के तौर पर नहीं देखता। मुझे हमेशा से ही जिम्मेदारियां उठाना पसंद रहा है। मुझे पता है कि यह जिम्मेदारी एक टेस्ट के लिए ही है पर मैं भविष्य में और भी मैचों में कप्तानी करना चाहूंगा। बुमराह ने कहा, ‘स्वाभाविक है कि रोहित को मैं नहीं कहूंगा कि मैं कप्तानी कर लेता हूं। वह हमारा कप्तान है और बेहतरीन काम कर रहा है। अभी यह एक मैच के लिये है पर भविष्य में मिलने वाले अवसरों के बारे में कोई नहीं जानता है। उन्होंने कहा, ‘अगले मैच में हालात बदल सकते हैं और क्रिकेट में ऐसा ही होता है। मैं अभी वर्तमान में रहता हूं। मुझे एक जिम्मेदारी मिली है जिसे मुझे बेहतर तरीके से पूरा करना है। पहले भी मैंने कप्तानी की है। इसलिए मैं यही सोच रहा हूं कि अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ योगदान कैसे दे सकता हूं। भविष्य पर मेरा वश नहीं है। साथ ही कहा कि किसी और की कप्तानी शैली की नकल करने से काम नहीं चलता। उन्होंने कहा, ‘आपको किसी की नकल करने की बजाय अपनी शैली ही तलाशनी होगी। विराट और रोहित काफी सफल रहे हैं और परिणाम भी दिए हैं। मेरा तरीका भी यही है । बुमराह ने कहा, ‘मेरी गेंदबाजी में भी आपको दिखेगा कि मेरी अपनी शैली है। मैने हमेशा ऐसे ही क्रिकेट खेली है। उनका मानना है कि तेज गेंदबाज रणनीति के माहिर होते हैं और अच्छे कप्तान बनते हैं। उन्होंने इसके लिए ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस और भारत के पूर्व कप्तान कपिल देव का उदाहरण दिया। गिरजा/ईएमएस 21 नवंबर 2024